अजीत सिंह ने सोमवार को रालोद का चुनाव घोषणा पत्र जारी किया.
खास बातें
- चौधरी अजीत सिंह ने रालोद का घोषणा पत्र जारी किया
- महिलाओं को आरक्षण और किसानों के मुद्दों पर जोर
- सरकार के गठन में निर्णायक भूमिका में आने की कोशिश
नई दिल्ली: चौधरी अजीत सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने यूपी चुनाव को लेकर सोमवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया. पार्टी ने साफ किया कि वह किसी भी हालत में यूपी में बीजेपी की सरकार नहीं बनने देगी. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाटलैंड में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले अजीत सिंह का भले सपा और कांग्रेस से समझौता नहीं हो पाया हो, लेकिन उनका कहना है कि वे बीजेपी की सरकार नहीं बनने देंगे.
अजीत सिंह ने अपने बेटे जयंत चौधरी और अन्य बड़े नेताओं की मौजूदगी में राष्ट्रीय लोकदल का घोषणापत्र जारी किया. घोषणा पत्र में सरकारी नौकरियों में महिलाओं की 33 फीसदी आरक्षण देने, कानून व्यवस्था में सुधार लाने, असली पंचायती राज लाने, किसानों की हालात सुधारने के लिए किसान आयोग बनाने, जाति और धर्म से ऊपर उठकर सामाजिक न्याय, कुटीर और लघु उद्योग को बढ़ावा देने के वादे शामिल हैं. पार्टी का कहना है कि वह मुद्दों पर आधारित राजनीति पर जोर देगी.
रालोद के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह ने कहा कि जनादेश में क्या आएगा, यह तो बाद में ही तय होगा लेकिन इतना तो तय है कि किसी भी हाल में यूपी में बीजेपी की सरकार नही बनने देंगे. आरएलडी का इरादा पूरे यूपी के चुनावों को प्रभावित करने का है. उन्होंने कहा कि पिछली बार भले ही उनके पास नौ सीटें रहीं, लेकिन इस बार 300 उम्मीदवार अब तक उतार चुके हैं.
रालोद नौजवानों, किसानों के साथ मिलकर बेहतर प्रशासन से खुशहाल यूपी का सपना दिखा रही है. राष्ट्रीय लोकदल के महासचिव चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि ''अब के हालात और 2014 के हालात में काफी अंतर है. नतीजे आएंगे तो देखिएगा कइयों के छक्के छूट जाएंगे. आरएलडी की कोशिश अपना समर्थन आधार बढ़ाने की है. इसलिए जिन नेताओं को उनके दलों ने टिकट नहीं दिया, उनके लिए आरएलडी के दरवाजे खुले हैं. कोशिश इतनी सीटें ले आने की है कि सरकार बनाने में उसका भी अहम हिस्सा हो.''