यूपी विधानसभा चुनाव 2017 : प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड की हमेशा उपेक्षा की है : राहुल गांधी

यूपी विधानसभा चुनाव 2017 : प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड की हमेशा उपेक्षा की है : राहुल गांधी

बुंदेलखंड में चौथे चरण में यानी 23 फरवरी को वोट डाले जाएंगे

खास बातें

  • बुंदेलखंड में विधानसभा की 19 सीटें हैं, सभी दलों की निगाहें यहां लगी हैं
  • यह इलाका पानी के संकट तथा आर्थिक उपेक्षाओं का शिकार रहा है
  • सपा-कांग्रेस गठबंधन से क्षेत्र के पिछड़ेपन के लिए केंद्र पर आरोप लगाए हैं
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के सबसे पिछड़े और उपेक्षित इलाके बुंदेलखंड में चौथे चरण में यानी 23 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. इस इलाके में यूपी विधानसभा की 19 सीटें हैं. राज्य में सरकार बनाने में बुंदेलखंड का अहम योगदान रहता है. इसलिए सभी पार्टियों ने यहां के मतदाओं को रिझाने के लिए चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.

बुंदेलखंड में सपा-कांग्रेस गठबंधन की चुनावी रैली में अखिलेश और राहुल, दोनों नेताओं ने केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार किए और सत्ता में आने पर यहां के विकास के लिए विशेष योजनाएं बनाने के ऐलान किया.

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा, जब से मेरी और अखिलेश की दोस्ती हुई है, मोदी जी का मूड़ बदल गया है. उनकी मुस्कराहट गायब हो गई है. 2014 में मोदी जी ने अच्छे दिन वाली तस्वीर बनाई थी अब वह शोले और गब्बर सिंह वाली हो गई है.

राहुल गांधी ने किसानों की बदहाली का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वे प्रधानमंत्री के पास गए थे और किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने का मुद्दा उठाया. किसानों का कर्ज माफ करने और बिजली बिल माफ करने की बात कही, लेकिन प्रधानमंत्री चुप रहे, कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सिर्फ व्यापारियों का हित देखते हैं, किसानों और गरीबों का नहीं.

मोदी पर वार करने में प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पीछे नहीं रहे. उन्होंने कहा कि चौथे चरण के मतदान के बाद बीजेपी के सभी नेताओं का ब्लड प्रेशर नापना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी को अपनी हार साफ-साफ दिखाई दे रही है. अखिलेश ने कहा कि बुंदेलखंड के विकास के लिए उन्होंने कई बार केंद्र सरकार को अवगत कराया, लेकिन केंद्र ने कुछ भी नहीं किया.

उन्होंने कहा कि जब बुंदेलखंड में पानी की जरुरत थी, लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे थे, तब केंद्र सरकार ने यहां खाली ट्रेन यहां भिजवा दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता में वापस आने पर वे यहां के नौजवानों को रोजगार के विशेष अवसर देंगे और वृद्धाव्स्था पेंशन को भी बढ़ाया जाएगा.

बता दें कि यह इलाका पिछले कई दशकों से सूखा, पीने के पानी का संकट और बदहाली से जूझता रहा है. इस बार चुनावों में यहां का आर्थिक पिछड़ापन अहम मुद्दा बनकर उभरा है.


 


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com