यूपी चुनाव : दिग्गजों के सामने सीट बचाने, संतानों के सामने राजनीतिक विरासत बचाने की चुनौती

यूपी चुनाव : दिग्गजों के सामने सीट बचाने, संतानों के सामने राजनीतिक विरासत बचाने की चुनौती

रायबरेली में जनसंपर्क करती हुईं अदिति सिंह (फाइल फोटो).

खास बातें

  • चौथे चरण में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी
  • मौजूदा विधायक और मंत्री चुनाव मैदान में
  • दिग्गज नेताओं की संतानें भी आजमा रहीं भाग्य
नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में कई दिग्गज प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. इनमें कुछ मौजूदा विधायक और मंत्री हैं तो कुछ दिग्गज नेताओं की विरासत संभाल रहीं उनकी संतानें हैं. कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा इस चुनाव में दांव पर लगी है. कुछ सीटों पर कड़े मुकाबले का स्थितियां हैं. इसके अलावा इस चरण में भाग्य आजमा रहे प्रत्याशियों में से आधे से अधिक प्रत्याशी या तो ग्रेजुएट हैं या फिर इससे अधिक शिक्षित हैं.
 
चौथे चरण में शामिल विधानसभा क्षेत्रों में रायबरेली से कांग्रेस की अदिति सिंह चुनाव मैदान में हैं. वे इसी क्षेत्र से पांच बार एमएलए रहे अखिलेश कुमार सिंह की बेटी हैं. रायबरेली सीट जीतना सिर्फ अदिति सिंह के लिए ही नहीं कांग्रेस के लिए भी नाक का सवाल है. हालांकि यह क्षेत्र कांग्रेस का पारंपरिक क्षेत्र है लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस की ओर से यहां पूरा जोर लगाया जा रहा है.                     

ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र में यूपी सरकार में पूर्व में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के पुत्र उत्कृष्ठ मौर्य बीजेपी प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं. उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के नेता व यूपी सरकार के कैबिनेट मिनिस्टर मनोज कुमार पांडेय से है. यहां मुकाबला कड़ा और रोचक है.      

बुंदेलखंड के बबीना क्षेत्र में सपा के यशपाल सिंह यादव चुनाव लड़ रहे हैं. वे राज्यसभा सांसद चंद्रपाल सिंह यादव के पुत्र हैं. इस चुनाव में चंद्रपाल सिंह की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है. बुंदेलखंड के ही झांसी नगर क्षेत्र में बीजेपी के मौजूदा एमएलए रवि शर्मा एक बार फिर भाग्य आजमा रहे हैं. उनके सामने सीट को बचाने की चुनौती है.
    
दो बार से एमएलए चुने जा रहे सपा के दीप नारायण सिंह एक बार फिर गरौठा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं. उनके सामने सीट बचाने की चुनौती है. नारायणी में विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष बसपा नेता गया चरण दिनकर चुनाव लड़ रहे हैं. रामपुर खास में कांग्रेस की  मौजूदा एमएलए आराधना मिश्रा चुनाव मैदान में हैं. वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी की इस पुत्री के चुनाव में पिता की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है.  

पांच बार से एमएलए चुने जा रहे यूपी सरकार के पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह कुंदा विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में एक बार फिर भाग्य आजमा रहे हैं.  फाफामऊ में सपा के विधायक अंसार अहमद चुनाव लड़ रहे हैं. सोरांव में तीन बार सांसद रहे शैलेंद्र कुमार के भाई मौजूदा एमएलए सपा के सतवीर मुन्ना भाग्य आजमा रहे हैं.    

इलाहाबाद में चुनाव लड़ रहे दिग्गजों में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशी शामिल हैं.  इलाहाबाद पश्चिम से बीएसपी की विधायक पूजा पाल एक बार फिर मैदान में हैं. इलाहाबाद पश्चिम में बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव और लालबहादुर शास्त्री के पौत्र सिद्धार्थ नाथ सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. इलाहाबाद उत्तर में कांग्रेस के अनुग्रह नारायण सिंह चुनाव मैदान में हैं, सिंह चार बार से एमएलए हैं. इलाहाबाद दक्षिण में समाजवादी पार्टी के विधायक परवेज अहमद चुनाव मैदान में हैं.


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