पूर्व मंत्री शादाब फातिमा को शिवपाल यादव का करीबी माना जाता है.
खास बातें
- पूर्व मंत्री शादाब फातिमा का टिकट काटकर दिया गया
- फातिमा को शिवपाल का करीबी माना जाता है
- अखिलेश यादव ने उनको कैबिनेट से भी हटा दिया था
नई दिल्ली: सपा ने विधानसभा चुनावों के लिए सोमवार को जिन 37 और नामों की सूची जारी की है, उसमें सर्वाधिक चर्चित नाम लखनऊ कैंट से मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव का है लेकिन इस सूची में एक अन्य नाम ने लोगों का ध्यान खींचा. दरअसल यह नाम गाजीपुर जिले की जहूराबाद सीट से जुड़ा है. इस सीट से सपा ने अबकी बार महेंद्र चौहान को टिकट दिया है. मुलायम सिंह और शिवपाल यादव की करीबी पूर्व मंत्री शादाब फातिमा का टिकट काटकर महेंद्र चौहान को दिया गया है. यह इसलिए भी खास है क्योंकि एक पूर्व मंत्री के मुकाबले महेंद्र चौहान बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनके पिता की पंक्चर की दुकान है.
महेंद्र के पिता रामबचन की पंक्चर की दुकान मरदह कस्बे के कासिमाबाद मार्ग पर है. दरअसल अपने घर में ही वह पंक्चर की दुकान चलाते हैं. उसी के बगल में महेंद्र के छोटे भाई सुरेंद्र की मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान है. महेंद्र को टिकट मिलने पर पूरा परिवार बेहद खुश है. उनके पिता रामबचन का कहना है कि उन्होंने तो कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनके बेटे को विधायकी का टिकट मिलेगा.
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महेंद्र ने मऊ की डीसीएसके पीजी कॉलेज से महामंत्री का चुनाव जीतने के बाद राजनीति में कदम रखा था. महेंद्र की पत्नी मंजू चौहान जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ चुकी हैं.
गौरतलब है कि शादाब फातिमा को सपा में मचे घमासान के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बर्खास्त कर दिया था. उनको शिवपाल यादव के खेमे का माना जाता है. उनके टिकट कटने की यही सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है.