यूपी चुनाव 2017 : अमेरिका से पढ़ाई करने के बाद रायबरेली से चुनावी मैदान में कूदी 'बाहुबली' की बेटी

यूपी चुनाव 2017 : अमेरिका से पढ़ाई करने के बाद रायबरेली से चुनावी मैदान में कूदी 'बाहुबली' की बेटी

रायबरेली की सदर सीट पर लोगों से मिलती अदिति सिंह....

खास बातें

  • रायबरेली सदर की सीट पर कांग्रेस पार्टी को रही है दिक्कत.
  • उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता अखिलेश सिंह का कब्जा रहा है.
  • इस बार अखिलेश सिंह की बेटी चुनाव में कूदी हैं.
नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के रायबरेली का नाम आते हैं इंदिरा गांधी, कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी का नाम जुबान पर आ जाता है. यहां पर अभी तक कांग्रेस पार्टी को हराना संभव नहीं हो पाया, कम से कम लोकसभा चुनाव की बात में यह सच है. कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले रायबरेली में कांग्रेस विधानसभा की सभी सीटें जीता करती थी. लेकिन समय के बदलने के साथ और दूसरी पार्टी के मजबूत उम्मीदवारों ने कांग्रेस पार्टी की चमक को कुछ फीका जरूर किया. विधानसभा चुनावों में रायबरेली सदर की सीट पर कांग्रेस पार्टी काफी लंबे समय से कब्जा नहीं कर पाई है.

दरअसल, रायबरेली की सदर विस सीट पर उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता अखिलेश सिंह का कब्जा रहा है. सिंह यहां से लगातार पांच बार से विधायक रहे हैं. इस बार कांग्रेस पार्टी ने अखिलेश सिंह की बेटी को टिकट दिया है. अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह ने 12 वीं दिल्ली से पास की है और फिर अमेरिका में मैनेजमेंट से ग्रेजुएशन पूरा किया है.
 

aditi singh raebareli

अमेरिका से पढ़ाई करने के बाद लाखों रुपये की नौकरी पर अदिति ने ध्यान नहीं दिया और पिता की ही तरह राजनेता बनने की राह पर चल पड़ी है. आजकल अदिति रायबरेली की सदर सीट के वोटरों के घर जा रही हैं और वोट की अपील कर रही है. इलाके के लोगों को वह अपना बताती है और कहती हैं कि वह यहीं पली बढ़ी हैं और लोग उन्हें अपना समर्थन देंगे.
 
aditi singh raebareli

वैसे अदिति ने अपने पिता की विरासत संभालने का मन बनाया और पिता से यह बात कही. पांच बार के विधायक अखिलेश सिंह ने बेटी के लिए यह घोषणा कर दी है कि वह इस बार अपनी सीट बिटिया अदिति को सौंपने जा रहे हैं. अदिति सिंह ने यूपी के कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता कुछ दिन पहले ही ली है. जानकारी के लिए बता दें कि 2006 के लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह सीट रिकॉर्ड 80.4 फीसदी वोट शेयर के साथ जीती थी. वहीं, रायबरेली जिले की पांच में से चार विधानसभा सीट भी कांग्रेस के खाते में आई, लेकिन पांचवीं सीट रायबरेली सदर पर अखिलेश सिंह ने बाजी मारी थी. अखिलेश सिंह ने 20 हजार वोटों के अंतर से इस सीट पर कब्जा किया था.
 
aditi singh raebareli

उल्लेखनी है कि अपराध के कई संगीन मामलों में आरोपी अखिलेश सिंह पहले कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में रायबरेली सदर से चुनाव जीतते रहे थे, बाद में पार्टी ने दूरी बना ली तो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी जेल से उनकी जीत का सिलसिला जारी रहा.
 
aditi singh raebareli

पिछले 13 सालों से अखिलेश कांग्रेस से बाहर हैं और चुनावों में कांग्रेस पार्टी और नेतृत्व को कोसते रहे हैं लेकिन उम्र बढ़ने के साथ ही बेटी के लिए उन्होंने कांग्रेस को ही तवज्जो दी है.

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