Exclusive: दिग्विजय सिंह ने कहा, 'जब तक सांस है तब तक कांग्रेस का झंडा लेकर घूमूंगा, ज्‍योतिरादित्‍य से मतभेद पर बोले...'

पार्टी में टिकटों के बंटवारे और नेतृत्‍व को लेकर जारी खींचतान के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस से ज्‍यादा खींचतान तो बीजेपी में है.

Exclusive: दिग्विजय सिंह ने कहा, 'जब तक सांस है तब तक कांग्रेस का झंडा लेकर घूमूंगा, ज्‍योतिरादित्‍य से मतभेद पर बोले...'

NDTV से बात करते दिग्विजय सिंह

उज्जैन:

मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार ज़ोरों पर है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि जब तक सांस है कांग्रेस का झंडा लेकर घूमूंगा. दिग्विजय सिंह ने एनडीटीवी से एक्‍सक्‍लूसिव बातचीत की. पहले दिग्विजय सिंह पार्टी के प्रचार से दूर नजर आ रहे थे लेकिन अब वो भी जोरशोर से प्रचार में जुटे हैं. उनका कहना है कि 70 के दशक से वो कांग्रेस के साथ हैं और जब तक सांस रहेगी वो कांग्रेस में ही रहेंगे. पार्टी में टिकटों के बंटवारे और नेतृत्‍व को लेकर जारी खींचतान के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस से ज्‍यादा खींचतान तो बीजेपी में है. हमारे यहां विद्रोह भाजपा की तुलना में एक चौथाई है.

ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया से झगड़े की खबरों पर दिग्विजय ने कहा कि 'यह सरासर झूठ है. ज्‍योतिरादित्‍य मेरे बेटे जैसे हैं, मेरा उनसे क्‍या झगड़ा होगा. अगर मध्‍य प्रदेश में कांग्रेस जीती को मुख्‍यमंत्री कौन होगा, इस सवाल के जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा कि 'यह तो विधायक दल तय करेगा. मैं तो चुनाव भी नहीं लड़ रहा तो मैं वोटर हूं नहीं.'

मध्य प्रदेश कांग्रेस में घमासान? राहुल गांधी के सामने भिड़े दिग्विजय-ज्योतिरादित्य सिंधिया! BJP ने ली चुटकी

राहुल गांधी की मंदिर यात्राओं और कमलनाथ के विवादित वीडियो पर दिग्विजय सिंह कहते हैं कि 'कांग्रेस पार्टी कभी भी धर्म के नाम पर या जाति के आधार पर किसी से वोट नहीं मांगा. कांग्रेस ने हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी को हमेशा एक नजरिए से देखा है. उन्‍होंने सवाल किया कि क्‍या धर्म का ठेका किसी एक राजनीतिक दल ने ले लिया है? मैं धार्मिक हूं, धार्मिक था और धार्मिक रहूंगा. मैं इस बात की चुनौती भी देता हूं कि कोई भारतीय जनता पार्टी का नेता मुझे बता दे जो मुझसे भी ज्‍यादा धार्मिक हो.'

आखिर सामने आया दिग्विजय सिंह का दर्द, बताया क्यों नहीं जाते कांग्रेस की रैलियों में, देखें VIDEO

कमलनाथ के वीडियो को लेकर उन्‍होंने कहा कि आजकल तो कितने ही फर्जी वीडियो आते हैं, इस वीडियो की जांच की जाए तो सच सामने आ जाएगा. ईवीएम पर कई राजनीतिक दल अपना शक जता चुके हैं. दिग्विजय सिंह का भी कहना है कि वो 2003 से ही ईवीएम के खिलाफ हैं. उनका कहना है कि लगभग 70 फीसदी राजनीतिक दलों ने चुनाव में फिर से बैलेट पेपर के इस्‍तेमाल की मांग की है. इसिलए सरकार, चुनाव आयोग को और सुप्रीम कोर्ट को इस बारे में सोचना चाहिए. जब उनसे पूछा गया कि ईवीएम पर इसलिए तो सवाल नहीं उठा रहे कि बाद में हार को इसके मत्‍थे मढ़ दिया जाए. इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा, 'कांग्रेस ने हार को हमेशा सहर्ष स्‍वीकार किया है.

VIDEO: Exclusive: 'जब तक सांस, कांग्रेस के साथ'


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com