चमकी बुखार: पीड़ितों से मिलने पहुंचे खेसारी लाल यादव, भोजपुरी स्टार के साथ सेल्फी के लिए टूट पड़े फैन्स

भोजपुरी फिल्मों (Bhojpuri Cinema) के स्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) गुरुवार को बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में चमकी बुखार (Encephalitis Fever) से पीड़ित बच्चों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे.

चमकी बुखार: पीड़ितों से मिलने पहुंचे खेसारी लाल यादव, भोजपुरी स्टार के साथ सेल्फी के लिए टूट पड़े फैन्स

फाइल फोटो: खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav)

नई दिल्ली:

भोजपुरी फिल्मों (Bhojpuri Cinema) के स्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) गुरुवार को बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में चमकी बुखार (Encephalitis Fever) से पीड़ित बच्चों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे. एसकेएमसीएच अस्पताल (SKMCH)  में भोजपुरी स्टार (Bhojpuri Star) को देखते ही भीड़ उमड़ पड़ी. फैंस अपने हीरो की एक झलक पाने के लिए टूट पड़े. कुछ लोग तो हाथ में मोबाइल फोन लेकर खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) के दीदार का इंतजार करने लगे. अस्पताल में मौजूद लोग यह भूल गए कि यहां लोग अपने इलाज कराने के लिए जूझ रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़ित के परिजन तक भोजपुरी स्टार के साथ सेल्फी लेने के लिए जुट गए. जिसके बाद अस्पताल की लॉबी में आवाजाही प्रभावित हो गई. सुरक्षा के मद्देनजर वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों को हस्तक्षेप करना पड़ा और गेट बंद कर दिया गया. इस दौरान अस्पताल में मीडिया की एंट्री को भी रोक दिया गया. खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav)को बाहर निकालने के लिए एसपी को आना पड़ा. 

बिहार में बच्चों की मौत के लिए ज़िम्मेदार कौन - नीतीश कुमार या सुशील मोदी...?

बिहार में चमकी बुखार (Chamki Fever) का कहर बच्चों पर काल बनकर टूट रहा है. अब तक 130 से ज्यादा बच्चों की मौत इस वजह से हो चुकी है वही सैकड़ों बच्चे अब भी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं. इस बीमारी से बिहार की स्वास्थ्य सुविधाओं का सच सामने आ गया है. हैरानी की बात यह है कि चार पहले मोदी सरकार ने बिहार में दूसरा एम्स (AIIMS) बनाने का ऐलान किया था. लेकिन बिहार सरकार ने इसके लिए जरूरी जगह मुहैया नहीं कराई. नीतीश सरकार द्वारा जगह नहीं दिए जाने के बाद दरभंगा के मेडिकल कॉलेज को एम्स की तर्ज पर अपग्रेड करने का फैसला किया गया. आयुष मामलों के केन्द्रीय मंत्री श्रीपद नायक ने एनडीटीवी से कहा अगर बिहार सरकार ने समय पर ज़मीन दे दी होती तो आज बिहार में एक नया एम्स बन रहा होता और दिमागी बुखार जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता और मज़बूत होती.  

बिहार में दूसरे एम्स के निर्माण के लिए नीतीश सरकार ने नहीं दी जमीन

बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में चमकी बुखार (Chamki Fever) से बच्चों की मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. इस मामले में दो वकीलों ने जनहित याचिका दाखिल की है.याचिका में कहा गया है कि प्रभावित इलाकों में केंद्र और बिहार सरकार को 500 आईसीयू स्थापित करने और मेडिकल एक्सपर्ट टीम भेजने के निर्देश दिए जाएं. साथ ही 100 मोबाइल ICU मुजफ्फरपुर भेजे जाएं और मेडिकल बोर्ड बनाया जाए.

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