'DM बड़ा, SP बड़ा या मंत्री बड़ा, बताया जाए अध्यक्ष जी' : गाड़ी रोके जाने पर बिहार के मंत्री को आया गुस्‍सा, VIDEO

मिश्रा का कहना है कि SP DM की गाड़ी पास करने के लिये हमारी गाड़ी को रोका गया. नीतीश सरकार के श्रम संसाधन मंत्री ने सदन के सामने अपनी बात रखी.

'DM बड़ा, SP बड़ा या मंत्री बड़ा, बताया जाए अध्यक्ष जी' : गाड़ी रोके जाने पर बिहार के मंत्री को आया गुस्‍सा, VIDEO

मामले पर सदन में अपनी बात रखते हुए मंत्री जीवेश मिश्रा

पटना :

Bihar: बिहार सरकार के मंत्री जीवेश मिश्रा ने गुरुवार को विधानसभा में जिला अधिकारी और डीएम के गाड़ी को आने के लिए मंत्री की गाड़ी रोकने का मुद्दा उठाया और इसे लेकर नाराजगी का इजहार किया. मामले को उठाते हुए वे काफी नाराज नजर आए. जीवेश मिश्रा ने कहा, ' DM बड़ा, SP बड़ा या मंत्री बड़ा, यह बताया जाए अध्यक्ष जी.' उन्‍होंने इस मामले में बिहार विधानसभा अध्यक्ष से  दोषी अधिकारियों को कार्यवाही करने की मांग की. मिश्रा ने कहा कि मामले में निलंबन का आदेश दिया जाए. यही नहीं मिश्रा ने इस मामले में मिश्रा बिहार के मुख्यमंत्री के समक्ष भी शिकायत दर्ज कराई. बिहार सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री जीवेश मिश्रा जब अपनी बात रख रहे थे तो डिप्‍टी तार किशोर प्रसाद ने उन्‍हें शांत करने का प्रयास किया. सीएम जिला अधिकारी और डीएम के गाड़ी को आने के लिए मंत्री मिश्रा की गाड़ी रोकने का मुद्दा उठाने पर विपक्ष भी एकजुट नजर आया. 

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 दरअसल, मिश्रा का कहना है कि SP DM की गाड़ी पास करने के लिये हमारी गाड़ी को रोका गया. नीतीश सरकार के श्रम संसाधन मंत्री ने सदन के सामने अपनी बात रखी. विधानसभा के बाहर सुरक्षाकर्मियों द्वारा अपने वाहन को रोके जाने के मामला उठाते हुए उन्‍होंने अफसरशाही पर लगाने कसे जाने की मांग उठाई. मिश्रा जब अपनी बात रख रहे थे, उस दौरान सदन में काफी शोरगुल-हंगामा हुआ. इस दौरान सदस्‍यों ने 'अफसरशाही नहीं चलेगी' केसुर बुलंद किए.  

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मामले को लेकर संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि मंत्री जीवेश मिश्रा ने की बातें सबने सुनी हैं. यह बहुत गंभीर मामला है. सरकार यह चाहती है कि केवल मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ही मंत्री ही नही  बल्कि  विधायकों के भावना आहत न हो तो इस का ध्यान रखने के लिए बड़े अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. उन्‍होंने कहा कि श्रम संसाधन मंत्री के साथ हुई घटना वास्तव में एक गंभीर मामला है. किसी भी सदस्य का अपमान सदन का अपमान है और सदन की गरिमा का अपमान किसी को करने नहीं दिया जाएगा.  इस दौरान RJD विधायक पहलाद यादव को विधानसभा अध्यक्ष ने फटकार लगाई. उन्‍होंने सदस्‍य के बैठकर बोलने पर ऐतराज जताते हुए  कहा सदन में बैठकर बोलना सदन का अपमान है आप जब सदन का सम्मान नही करेंगे तब आपका सम्मान एक दारोगा कैसे करेगा? विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जिस पदाधिकारी ने ऐसा किया है उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी. RJD विधायक आलोक मेहता ने कहा इस घटना के लिये एक सिपाही सिर्फ जिम्मेवार नही हो सकता कार्रवाई SP पर होनी चाहिए. SP के निर्देश पर ही इस तरह की 'काम' सिपाही करता है.