नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
बिहार विधान सभा में बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने भाषण में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर कई बार व्यंग्य कसा और इन सब के बीच कुछ राजनीतिक नसीहत भी दी. अपने भाषण में सबसे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को संवेदनशीलता विकसित करने की सलाह दी. इसके बाद उन्होंने व्यंग्य किया कि वो ट्विस्ट करके बयानबाज़ी और हर दो मिनट पर किसी घटना पर ट्वीट करने में विश्वास नहीं करते. नीतीश ने ये भी कहा कि उन्हें जनादेश बयानबाज़ी के लिए नहीं, काम करने के लिए मिला हैं. नीतीश ने शराबबंदी पर तेजस्वी यादव के टोकटोकी पर उन्हें सलाह दी कि अपनी छवि धूमिल मत कीजिए, और कहा कि इस मुद्दे पर अगर स्टैंड बदला तो तेजस्वी यादव का आचरण हास्यास्पद हो जायेगा.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सलाह दी कि दूसरों को सुनने का स्वभाव विकसित कीजिए. इसके बाद जब भूमि सुधार के मुद्दे पर नीतीश बोल रहे थे तब तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद के विधायक सदन से बहिष्कार कर निकलने लगे तो राजद के विधायकों को नीतीश ने कहा कि एक परिवार के कारण आप लोग की छवि धूमिल हो रही हैं. फिर नीतीश कुमार ने ज़मीन घोटाले का ज़िक्र करते हुए कहा कि आपको समझाने की कोशिश की लेकिन आप लोग अपनी आदत से बाज़ नहीं आए.
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