
प्रतीकात्मक चित्र
डॉक्टरों और मरीज़ों के बीच मारपीट की घटना पूरे देश में आम बात है लेकिन सोमवार को पटना एम्स में जो कुछ हुआ उसे देखकर मरीज़ भी हक्के-बक्के रह गए. दरअसल, पटना एम्स में डॉक्टर ही आपस में भिड़ गए. बाद में घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस की अभी तक की जांच में पता चला है कि मारपीट डेंटल विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉक्टर शैलेश मुकुल और डॉक्टर वीना के बीच हुई. इस घटना में डॉक्टर वीना के साथ कुछ अन्य डॉक्टर भी शामिल थे. पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि झगड़े की मुख्य वजह डॉक्टर शैलेश मुकुल द्वारा भेजा गया वह मेल है जिसमें उन्होंने अपने महिला सहयोगियों पर आपत्तिजनक आरोप लगाए थे. इस आधार पर उनकी गिरफ्तारी का वारंट भी जारी हुआ था लेकिन उन्हें इस बीच जमानत मिल गई.
मरीज के रिश्तेदारों के हमले में डॉक्टर बुरी तरह जख्मी, एक आरोपी ने पुलिस हिरासत में फांसी लगाई
पटना में डॉक्टर्स की मारपीट या गुंडागर्दी की यह कोई पहली घटना नहीं है. कुछ समय पहले ही पटना में IGIMS में जूनियर डॉक्टरों का एक गुट गुंडागर्दी पर उतर गया था. इन जूनियर डॉक्टर्स ने एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट की थी. दरअसल, आईजीएमएस में तैनात सिपाही अनिल कुमार ने बिना हेलमेट के बाइक पर जा रहे एक जूनियर डॉक्टर को रोका तो पूरा गुट मारपीट करने लगा था. तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि कुछ छात्र पुलिसवाले की पिटाई करने के बाद उसे घसीटते हुए ले गए थे.
यहां देखें इस घटना से जुड़ा वीडियो
बता दें कि पटना में बाइक पर पीछे बैठे व्यक्ति के लिए भी हेलमेट पहनना अनिवार्य है. इन लोगों ने न केवल पुलिस कर्मी की पिटाई की थी बल्कि अस्पताल में कामकाज भी ठप कर दिया था. इसकी वजह से वहां मौजूद मरीजों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. पुलिस ने इस मामले में कुछ आरोपी छात्रों को हिरासत में लिया था और मामले की जांच कर रही थी. पुलिस ने इस घटना पर कहा था कि जो भी दोषी होंगे उन पर कड़ी कार्रवाई होगी. इन चार जूनियर डॉक्टरों में से एक गांधी मैदान थाना कार्यरत विजय कुमार सिंह के बेटे भी थे.
VIDEO: मरीजों के साथियों ने डॉक्टर से की मारपीट.