बिहार के सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले हफ्ते पांच ट्वीट किए. जिस पर राज्य के राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा हुई थी. लेकिन नीतीश के अनुसार, इसके पीछे का असल मकसद विरोधियों को आइना दिखाना है. नीतीश ने कहा कि उन्होंने कभी अभद्र भाषा का प्रयोग अपने विरोधियों के खिलाफ नहीं किया. लेकिन अपने एक वाक्य के ट्वीट के पीछे की कहानी पर उन्होंने कहा कि दसवीं लोकसभा चुनाव के समय, जब वो संसद सदस्य थे तब उनके एक लाइन के वाक्यों की चर्चा होती थी, लेकिन पिछले बारह वर्षों के दौरान वो व्यंग्य करने से बचते थे. नीतीश ने कहा कि उनका तो व्यंग्य भी तीखे नहीं होता, बल्कि ये मीठा होता है.
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नीतीश ने पहले दावा किया था कि राजगीर की यात्रा के दौरान उन्होंने एक साथ आठ ट्वीट किए, लेकिन इन पांच ट्वीट के बाद उन्होंने कोई ट्वीट नहीं किया हैं. इस बार में नीतीश की सफाई थी कि उनका काम आइना दिखाना है, लेकिन उनके ऊपर जैसी भाषा का इस्तेमाल कर हमला होता है, वैसी भाषा उन्होंने कभी प्रयोग नहीं की.नीतीश ने राजद अध्यक्ष लालू यादव की केंद्र द्वारा सुरक्षा कम किए जाने के विवाद पर भी चर्चा की.
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उन्होंने कहा कि आप लोगों ने भी कभी नहीं छापा कि मुझे कभी केंद्र की किसी सरकार ने कोई सुरक्षा नहीं दी. जबकि लालू यादव को पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में जेड प्लस सुरक्षा राज्य सरकार द्वारा दिया गया है.
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