
प्रतीकात्मक तस्वीर
खास बातें
- JDU के छात्र नेता कन्हैया कौशिश की गोली मारकर हत्या
- होली की रात को पटना में साथियों ने ही मारी गोली
- पोस्टर में नाम न छपवाने के कारण की गई हत्या
बिहार के सत्तारूढ जनता दल यूनाईटेड (JDU) की छात्र इकाई के नेता कन्हैया कौशिक (Kanhaiya Kaushik) की होली के मौके पर पोस्टर में नाम नहीं शामिल करने पर कथित रूप से उनके ही एक सहयोगी ने गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस उपाधीक्षक राजेश सिंह प्रभाकर ने बताया कि मंगलवार की रात को यहां पटेल नगर क्षेत्र में कन्हैया कौशिक की हत्या कर दी गई. इस सिलसिले में अमर कांत झा और धमेंद्र को गिरफ्तार किया गया है. प्रभाकर ने बताया कि कुश नामक जिस व्यक्ति ने कथित रूप से गोली चलाई थी, वह फरार है.
कौशिक छात्र जदयू के प्रवक्ता और ए एन कॉलेज छात्र संघ के उपाध्यक्ष थे. उन्होंने मंगलवार को कुश और उनके साथियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत कराई थी. उससे पहले होली मिलन कार्यक्रम के पोस्टरों में कुश एवं उनके साथियों के नाम नहीं छापे जाने को लेकर दोनों पक्ष में कहा सुनी हुई थी. उपाधीक्षक के अनुसार कुछ घंटे बाद कुश ने यह कहते हुए कौशिक को बुलाया कि वह सुलह करना चाहते हैं और अनुरोध किया कि रात में पटेल नगर में उनकी बैठक होगी.
राज्यसभा चुनाव में RJD और कांग्रेस के बीच क्यों जारी हैं विवाद?
प्रभाकर ने बताया कि मामला वहां नहीं सुलझा और कुश ने गुस्से में आकर गोली चला दी जिससे कौशिक की जान चली गई. पुलिस के अनुसार कौशिक के एक करीबी को भी गोली लगी. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना के बाद कुश, झा और धमेंद्र वहां से भाग गए. झा और धमेंद्र कुश के साथ थे. कौशिक के समर्थकों ने इस हमले के विरोध में यहां प्रदर्शन किया. बिहार विधान परिषद के सदस्य रणवीर नंदन ने उन्हें शांत कराया. उन्होंने कौशिक को पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता बताया और आश्वासन दिया कि आरोपियों को इंसाफ के कठघरे में खड़ा किया जाएगा.
VIDEO: बेरोजगारी यात्रा निकाल रहे तेजस्वी
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)