बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. (फाइल फोटो)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि 'एक देश एक चुनाव' (One nation one election) बेहतर विचार है, पर यह आगामी आम चुनाव में संभव नहीं है. पटना के अधिवेशन भवन में अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के लिए सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के शुभारंभ के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने यह बात कही. पत्रकारों ने उनसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के उक्त मुद्दे को लेकर विधि आयोग को लिखे गए पत्र के बारे में उनसे प्रतिक्रिया मांगी थी.
यह भी पढ़ें : देश में एक साथ चुनाव कराने को भाजपा ने बताया सही, अगले साल हो सकते हैं 11 राज्यों में एक साथ चुनाव: सूत्र
नीतीश लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने की पूर्व में कई बार वकालत कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि यह बेहतर विचार है पर मौजूदा परिस्थिति में यह संभव नहीं है. इस समय लोकसभा और विधानसभा का चुनाव एक साथ नहीं कराया जा सकता है. इसके लिए अभी उचित समय नहीं आया है.
यह भी पढ़ें : BJP अध्यक्ष अमित शाह ने लॉ कमीशन को लिखी चिट्ठी, One Nation-One Election के फायदे गिनाए
उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि पार्टी विभिन्न पक्षकारों में सहमति बनाकर और कानून के मुताबिक एक साथ चुनाव कराने के पक्ष में है, लेकिन रिपोर्टों का खंडन करती है कि वह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के साथ ही कुछ विधानसभा के चुनाव भी कराने पर विचार कर रही है.
VIDEO : फिलहाल 'एक देश एक चुनाव' नहीं
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने इन खबरों का खंडन किया कि पार्टी 11 राज्यों के विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ कराने पर विचार कर रही है और इसे झूठ करार दिया. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के विधि आयोग को कल भेजे गए एक पत्र का भी हवाला दिया, जिसमें शाह ने विधानसभाओं और लोकसभा के चुनाव एक साथ कराने के लिए सभी पक्षकारों से बात करके एक सहमति बनाने की अपील की है. पात्रा ने कहा कि भाजपा चाहती है कि विधानसभाओं और लोकसभा के एक साथ चुनाव कानून के मुताबिक और आम सहमति से हों.
(इनपुट: भाषा)
Advertisement
Advertisement