बिहार में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी. (फाइल फोटो)
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और तेजस्वी यादव हर दूसरे दिन सोशल मीडिया पर एक दूसरे की मीन मेख निकालने के चक्कर में तलवारबाज़ी करते दिख जाते हैं. इन दोनों का अखाड़ा बनता है सोशल मीडिया का ट्विटर. बुधवार को शुरुआत उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने की.
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ़ में ये ट्वीट किया कि कैसे जानकारी मिलने पर उन्होंने राकेश सिंह नामक व्यक्ति को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया, जबकि राजद अध्यक्ष लालू यादव ने सिवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया हुआ हैं. शहाबुद्दीन पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में मुख्य आरोपी हैं.जहरीली शराबकांड के आरोपी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेल्फी वायरल होने के 24 घंटे के भीतर जद-यू ने उस शख्स को पार्टी से निष्कासित... pic.twitter.com/6HRMU7toKz
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) November 1, 2017
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इसके बाद जवाब देने की बारी विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की थी. उन्होंने मोदी को छठ के उस ट्वीट का याद दिलाया जिसपर मोदी को चुप्पी साधनी पड़ी थी.क्या आप जदयू के प्रवक्ता है? बताइये? नीतीश कुमार जी का पिछलग्गू बनने की आपकी सज़ा शायद कुछ बाक़ी रह गई है। वो भी श्री @narendramodi और @AmitShah जी जल्दी ही पूरा कर देंगे।फ़िक्र नॉट... https://t.co/rexVA86k5b
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 1, 2017
निश्चित रूप से इस सोशल मीडिया पर वाकयुद्ध का भले कुछ सार्थक परिणाम निकले या नहीं, लेकिन अपने समर्थकों की टोली को दोनों नेता ज़रूर सक्रिय बनाए रखते हैं. क्योंकि फिर उन्हें ही मैदान में ये जंग संभालनी पड़ती है.मैं नौजवान हूँ यादाश्त ख़ूब है।आपके शिरोमणि श्री मोदी जी और आपके प्रेरणा स्त्रोत पूजनीय आसाराम, राम रहीम, नित्यानंद, फलाहारी बाबा जैसे बलात्कारी बाबाओं को लगता है आप भूल गए है। याद दिलाऊँ, जल्दी बोलिए..भागना नहीं क्योंकि आप रणछोड़ है। https://t.co/SGxQWhITwq
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 1, 2017
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