सुशील मोदी की फाइल तस्वीर
बिहार में नेता चाहे किसी दल के हों, लेकिन बयान देकर वे अपनी राजनीतिक सक्रियता कायम रखते हैं. पिछले दिनों रोहतास में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई. इस पर विपक्षी दलों खासकर राजद ने घोषणा कर दी कि राज्य में शराबबंदी फेल हो गई है. इस मुद्दे पर अब राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने एक बयान देकर कहा कि ये घटना अंतिम घटना नहीं होगी. निश्चित रूप से ऐसी घटनाएं भविष्य में और होंगी. डंडे की जोर पर समाज को आप महात्मा नहीं बना सकते हैं. दरअसल शराब को बुराई मानकर बिहार में शराबबंदी नहीं की गई है. यह छवि निर्माण का मामला है. शराब को समाज के लिए बुरा मानने वाली सरकार ने एक समय अपनी नीति से इसको बिहार की गली-गली में पहुंचाया, वह एक अति थी.
यह भी पढ़ें : बिहार में फ्लॉप साबित हुई शराबबंदी, अब घर-घर पहुंचाई जा रही शराब: लालू यादव
तिवारी ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्ण शराबबंदी या नशामुक्ति की बात दूसरी अति है. शराबबंदी के लिए बनाए गए कानूनों में तानाशाही की झलक है. तिवारी ने नीतीश को सलाह दी कि सरकार सिर्फ दंड और कठोर सजा के जरिये शराबबंदी लागू करने की कोशिश न करे. इस अभियान के समर्थन में समाज के स्तर पर कोई कार्यक्रम सरकार के पास नहीं है. सरकार के भ्रष्टतंत्र के साथ मिलकर शराब के अवैध कारोबारी शराबबंदी की धज्जी उड़ा रहे हैं. इस समस्या पर सबके साथ मिलकर नए सिरे से विचार करने की जरूरत है. जहां जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अधिकांश प्रवक्ता शिवानंद के इस बयान पर खामोश रहे, वहीं उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने शराबबंदी के नीतीश के फैसले का समर्थन करते हुए शिवानंद तिवारी पर हमला बोला.
सुशील मोदी ने कहा कि हमने तो बुराई पर अच्छाई की जीत सुनिश्चित होने तक संघर्ष करना सीखा है.जद-यू से निष्कासन और संन्यास-भंग के बाद लालू प्रसाद की भजन मंडली में शामिल एक नेता को लगता है कि अगर कानूनी-सामाजिक वर्जना के बावजूद कुछ... pic.twitter.com/se12vz5zTQ
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) October 30, 2017
VIDEO : सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज
Advertisement
Advertisement