तेजस्वी यादव (फाइल फोटो)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दहेज विरोधी अभियान कुछ उनके अति उत्साह की बलि चढ़ता जा रहा है. एक दहेज विरोधी व्यक्ति के साथ मुलाक़ात में राकेश सिंह नामक उनकी ही पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष की मौजूदगी ने नीतीश और उनकी पार्टी की परेशानी बढ़ा दी है. राकेश 2012 में भोजपुर में हुए जहरीली शराबकांड का मुख्य आरोपी है. और उसके साथ नीतीश कुमार की तस्वीर वायरल हो गई है. लेकिन विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस सेल्फ़ी और फ़ोटो का लाभ उठाते हुए नीतीश कुमार से कई सवाल किये हैं. पटना वापस लौटने के बाद तेजस्वी ने अपने पहले संवादाता सम्मेलन में सवाल किया कि आख़िर राकेश सिंह जैसे ज़हरीली शराब के कारोबारी के आरोपी को सम्मानित करने के पीछे उनकी क्या मजबूरी थी.
तेजस्वी ने नीतीश कुमार से पूछा कि जब विधायक बिना समय लिए हुए आपसे नहीं मिल सकते तब आपने एक आरोपी को पहले पार्टी का प्रखंड अध्यक्ष बनाया फिर घर में बुलाकर सेल्फ़ी ली गई. तेजस्वी ने फिर आरोप लगाया कि राज्य में अवैध शराब के कारोबार में सबसे ज़्यादा जनता दल यूनाइटेड के लोग लगे हुए हैं. लेकिन जब भी जनता दल यूनाइटेड के लोग गिरफ़्तार होते हैं सरकार उन्हें बचाने के लिये अधिकारियों का भी बलिदान दे देती है.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 'छवि कुमार' के नाम से बार-बार संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर ग़रीबों को परेशान किया जा रहा है और अमीरों को बचाने के हर प्रयास किए जा रहे हैं. शराबबंदी को सबसे बड़ा मज़ाक़ बताते हुए तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सबसे ज़्यादा सत्तारूढ़ दल की फंडिंग अवैध शराब के कारोबारी कर रहे हैं.
VIDEO: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तेजस्वी का तीखा हमला
निश्चित रूप से सत्तारूढ़ जनता दल के नेता अब मान रहे होंगे कि किसी को भी पार्टी का पदाधिकारी बनाने से पहले उसकी पृष्ठभूमि की जांच कर लेनी चाहिए. लेकिन इस प्रकरण के बाद नीतीश फ़िलहाल किसी दहेज विरोधी व्यक्ति से मिलने में जल्दबाज़ी नहीं दिखाएंगे.
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