
पटना में शनिवार को एससी/एसटी समुदाय की महिलाओं के साथ खाना खाते केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद.
कांग्रेस के उपवास के पहले पूरी सब्जी प्रकरण के बाद शनिवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक पांच सितारा होटल में दलितों के साथ भोजन किया. इससे पूर्व रविशंकर प्रसाद पटना के एक दलित बस्ती में गए जरूर, लेकिन वहां एक पुलिया के शिलान्यास के बाद वह वहां से निकल गए. हालांकि भाजपा के अन्य नेताओं ने वहीं एक सामुदायिक भवन में दलितों के साथ भोजन किया था.
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को निर्देश दिया था कि वे दलित बस्तियों में जाएं और वहां उनके साथ दोपहर का भोजन या रात का डिनर करें और उनकी समस्याएं सुने. पीएम मोदी ने दलितों के उत्थान के लिए बीजेपी के सांसदों और विधायकों को यह निर्देश दिया था कि ग्राम स्वराज अभियान के तहत 14 अप्रैल से 5 मई के बीच सांसद और विधायक दलितों के घर जाएं उनकी समस्याएं सुने और उनके यहां दिन का खाना खाएं या रात्रि का भोजन करें.

शनिवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद बिहार सरकार के मंत्री नंद किशोर यादव और पार्टी के विघायक संजीव चौरसिया तथा नीतिन नवीण के साथ चीना कोठी के दलित बस्ती में एक लकड़ी के पुल की नींव रखी. इसके बाद उन्होंने अंबेडकर की तस्वीर पर माला चढ़ाई. फिर रविशंकर प्रसाद आईटी डिपार्टमेंट द्वारा किए गए एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वहां से रवाना हो गए. वहीं, नंदकिशोर यादव और दोनों विधायकों ने वहीं विद्यापति भवन में दलितों खाना खाया. वहीं, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बाद में अपने होटल पहुंचकर दलितों के साथ भोजना किया.
Had lunch with women village level entrepreneurs of @CSCegov_ belonging to SC/ST communities in Patna on #AmbedkarJayanti.
आज एससी/एसटी समुदाय की महिला वी एल ई के साथ पटना में भोजन करने का सौभाग्य मिला। pic.twitter.com/uiBhNGfGAc
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) April 14, 2018
मामले को बढ़ता देख बीजेपी नेता नंदकिशोर यादव रविशंकर प्रसाद के बचाव में आए. उन्होंने कहा कि वह आईटी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए थे, इसलिए दलितों को होटल भेजा गया, जहां उन्होंने उनके साथ खाना खाया. हालांकि होटल में लंच का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था और ख़ुद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट कर यह बताया था.
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