अनिल गोस्वामी की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली:
अजित डोभाल जो कि अपने समय के देश के सबसे माहिर जासूस माने जाते हैं, केरल कैडर से आते हैं और आज की नियुक्ति से लगता है कि गृह सचिव अनिल गोस्वामी जिन्हें पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने नियुक्त किया, जब वह संस्कृति मंत्रालय में सचिव थे और नई सरकार आने के बाद से ही गृहसचिव और गृहमंत्री के बीच तालमेल हो नहीं पा रहा था। और अब इस विवाद के बाद जैसे ही यह मौका आया इस सरकार ने नई नियुक्ति कर दी।
ऐसा लग रहा है कि एनएसए अजित डोभाल की सलाह को तरजीह दी गई है। और अब सभी रणनीतिक पदों पर केरल कैडर के अधिकारी आ गए हैं। अभी तक यह देखने में आया था कि नई सरकार अपने लोगों को जल्दी नहीं लाना चाहती है। यदि आप सीबीआई निदेशक की नियुक्ति को देखें तो इस सरकार को जो नाम रिटायर होने वाले निदेशक रंजीत सिन्हा ने दिए थे उसको ही नियुक्त किया। वैसे ही मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर भी किया गया।
लेकिन गृहसचिव को हटाकर सरकार ने संकेत दे दिया है कि नौकरशाही को सावधान रहने की जरूरत है।
इस सरकार ने आते ही यह साफ कर दिया था कि कोई भी मंत्री उस अफसर या निजी स्टाफ को नहीं रख सकता जो यूपीए से जुड़ा रहा हो। अब यह बात बड़े नौकरशाहों की नियुक्ति पर भी लागू हो सकती है। हालांकि सरकार यह जरूर कहेगी कि गृह सचिव ने एक आरोपी को बचाने के लिए सीबीआई को फोन किया था।