यह ख़बर 10 जून, 2014 को प्रकाशित हुई थी

सेंट्रल हॉल से : अच्छी हुई है इस लोकसभा की शुरुआत...

लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे

नई दिल्ली:

लोकसभा में नेता विपक्ष का पहला भाषण... सभी को थोड़ी आशंका थी कि मल्लिकार्जुन खड़गे साहब क्या कहेंगे... मगर दाद देनी होगी उनकी... नौ बार के विधायक और दो बार के सांसद, यानि 42 साल से लगातार चुनाव जीतने का अनुभव काम आया... एनडीए के 300 प्लस के आंकड़े पर खूब चुटकी ली उन्होंने... खड़गे ने कहा, कौरव 100 से अधिक थे और पांडव सिर्फ पांच, फिर भी जीत उन्हीं की हुई...

मल्लिकार्जुन खड़गे हिन्दी में दिए अपने भाषण में खरे उतरे... कांग्रेस के पास इस बार नेता विपक्ष बनने लायक संख्या नहीं है, और सरकार ने राजीव गांधी के वक्त का हवाला भी दिया कि कैसे उस वक्त तेलुगूदेशम पार्टी को नेता विपक्ष का पद नहीं दिया गया था... उसी तरह इस बार कांग्रेस को भी लोकसभा में यह पद नहीं मिलेगा... यानि केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) जैसे पदों की नियुक्ति के लिए बने पैनल में नेता विपक्ष नहीं होंगे... इसका हल निकाला जाना है...

एक नया रंग लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का भी दिखा... आठवीं बार की सांसद सुमित्रा महाजन ने कई साल लोकसभा की कार्यवाही देखी है और लोकसभा चलाने वाले चेयरमैन के पैनल में भी रहीं हैं... जब उन्होंने देखा कि सत्तापक्ष के लोग ज़्यादा टीका-टिप्पणी कर रहे हैं तो वह सख्ती से पेश आईं... सुमित्रा महाजन ने कहा, इस बार 315 सांसद नए हैं, पहली बार चुनकर आए हैं, यदि पुराने सांसद अच्छा व्यवहार नहीं करेंगे तो नए क्या सीखेगें...

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यानि, कुल मिलाकर इस लोकसभा की शुरुआत अच्छी हुई है...