राष्ट्र के नाम संबोधन देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक फैसले का एलान किया है. मंगलवार की आधी रात से 500 और 1000 रुपये का नोट कानूनी नहीं रह जाएगा, एक तरह से जाली हो जाएगा. तकनीकि शब्दों में लीगल टेंडर नहीं रह जाएगा. प्रधानमंत्री के शब्दों में 500 और 1000 के नोट अमान्य हो जाएंगे. बाकी सभी मुद्राएं मान्य रहेंगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे कुछ दिनों की कठिनाई आएगी, मगर कालाधन, भ्रष्टाचार और आतंक से लड़ने के लिए लोग इतना सहन कर सकेंगे. सभी राजनीतिक दल, मीडिया, समाज के सभी वर्ग इस महान कार्य में सरकार से भी ज्यादा बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे और सकारात्मक भूमिका अदा करेंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस घोषणा की जानकारी किसी भी मंत्री, अधिकारी को नहीं थी. भारतीय रिजर्व बैंक ने फैसला लिया है कि 9 नवंबर को एक दिन के लिए सभी बैंक बंद रहेंगे, क्योंकि बैंकों को आने वाली चुनौतियों के लिए खुद को तैयार रखना है.
प्रधानमंत्री ने आग्रह किया है कि सभी नागरिक धैर्य रखते हुए पोस्ट ऑफिस से लेकर बैंक के अधिकारियों का सहयोग करें, ताकि बदलाव का यह दौर आसानी से निकल जाए. 50 दिन का समय दिया गया है. 10 नवंबर से 3 दिसंबर तक आप 500 और 1000 के नोट बैंक मे जमा कर उसके बदले में दूसरे नोट ले सकते हैं. 11 नवंबर की मध्यरात्रि से 72 घंटे तक सभी सरकारी अस्पतालों में 500 के नोट स्वीकार किये जा सकते हैं. रेलवे बुकिंग काउंटर, बस अड्डे पर और हवाई अड्डे पर भी 500 और 1000 के नोट स्वीकार किये जा सकेंगे. चेक, डीडी और ईसीएम में कोई रुकावट नहीं आएगी.
प्रधानमंत्री ने इसे शुद्धिकरण कहा है. कहा है कि जितना सहयोग मिलेगा, उतना ही सफल होगा. यह सोच हमारे राजनैतिक सामाजिक और प्रशासनिक जीवन को दीमक की तरह खाये जा रहा था. शासन व्यवस्था का कोई भी अंग इस दीमक से अछूता नहीं है. अगर भारत की जनता को भ्रष्टाचार और थोड़ी असुविधा में से एक को चुनना होगा, तो बेहिचक असुविधा को चुन लेगा, लेकिन भ्रष्टाचार को नहीं चुनेगा. पीएम मोदी ने आग्रह किया है कि इस सफाई के काम को आगे बढ़ाते हुए इस महायुद्ध में अपनी भी आहूति डालकर सफल बनाएं. 500, 2000 के नए नोट जारी किये जाएंगे.