मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी
नई दिल्ली:
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ पूरी कांग्रेस है। इसकी एक झलक सोनिया गांधी ने दिखाई जब वो अपने पार्टी के नेताओं के साथ मनमोहन सिंह के घर तक पैदल चल कर गईं। इससे पहले शायद ही ऐसा कभी हुआ होगा कि किसी ऐसे नेता के लिए जिसे अदालत ने सम्मन भेजा हो कांग्रेस अध्यक्ष अपने पार्टी के नेताओं के साथ पैदल चल कर उनके घर तक गई हों।
इससे पहले सोनिया गांधी ने पार्टी के उन तमाम नेताओं के साथ मुलाकात की जिसे देश बड़े वकील के रूप में जानता है। इसमें कपिल सिब्बल से लेकर पूर्व कानून मंत्री अश्वनी कुमार भी थे।
यह तय हुआ है कि निचली अदालत के सम्मन के खिलाफ मनमोहन सिंह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और मामले की पैरवी कपिल सिब्बल और राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी करेंगे।
आपको बता दूं कि तुलसी को मनमोहन सिंह ने ही राज्यसभा में मनोनित किया था। सोनिया ने इस मसले पर पार्टी के सभी बड़े नेताओं से मुलाकात की है। एक वक्त था जब नरसिंहा राव जेएमएम मामले में फंसे तो कांग्रेस का कोई बड़ा नेता मिलने भी नहीं जाता था।
देश के मशहूर वकील राम जेठमलानी भी खुलकर मनमोहन सिंह के पक्ष में आ गए हैं। उनका भी कहना है कि मनमोहन सिंह की ईमानदारी पर शक करने की कोई वजह नहीं हो सकती।
सोनिया गांधी की तरफ से मिले इस अपार समर्थन से मनमोहन सिंह और गुरशरण कौर भी अभिभूत हैं। जाहिर है सोनिया ने मनमोहन सिंह पर पूरा भरोसा जताया है।
कांग्रेस की तरफ से वकीलों की एक फौज तैयार की जाएगी जो इसे पूरे मामले पर नजर रखेगी। देश के बड़े वकीलों में शुमार कई नाम कांग्रेस से आते हैं जैसे, कपिल सिब्बल, पी चिदंबरम, सलमान खुर्शीद से लेकर अश्वनी कुमार और मनीष तिवारी तक। वैसे भी कानून के जानकार ये कह रहे हैं कि इस मामले में ऊपरी अदालत से तुरंत बेल मिल सकती है।