कल (मंगलवार) रात मेरी सुरक्षा से एक समझौता हुआ. ट्रैफिक जाम में फंसा हुआ था. तभी देखा कि एक लड़का अपना चेहरा छिपाकर फोन ऊपर कर तस्वीर ले रहा है. वीडियो भी बना रहा होगा. उसका चेहरा नहीं दिख रहा था. मैं सुरक्षा कारणों से ईयरपीस लगाकर रखता हूं. अचानक लोग चेज़ करते रहते हैं. मेरे पास इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है. एक पूरा गिरोह है, जो मुझे लगातार चेज़ कर रहा है.
कई बार कार का पीछा करते हैं. फोटो लेने लगते हैं. फैन का फोटो खींचना अलग होता है. मगर ये लोग चेज़ करते हैं. संदिग्ध तरीके से फोटो लेकर, गाड़ी का नंबर लेने लगते हैं. अब दिमाग ऐसा हो गया है कि पहले अलर्ट बटन ऑन हो जाता है. कल मेरी कार जाम में रुकी हुई थी. फोन पर लगातार ट्रोल के फोन आ रहे थे. शक हो गया कि पता नहीं, यह इस सूचना का क्या करेगा, किसे बताएगा. मैं ईयरपीस पर बात नहीं करता. मुझे पता हैं इसके ख़तरे, मगर मैं ईयरपीस लगाकर रखता हूं और रखूंगा. मैं इसका कुछ नहीं कर सकता. आप क्या करेंगे, जब कोई चेज़ करने लगे. आप अंत समय में तार नहीं खोजेंगे. फोन नहीं खोजेंगे.
जो लड़का फोटो खींच रहा था, वह एक प्राइवेट टैक्सी में जा रहा था और आगे की सीट पर बैठा था. मैंने कार बराबर ले जाकर हॉर्न भी बजाया कि यह कौन है, क्यों फोटो खींच रहा है, तो पीछे की सीट पर बैठे उसके मां-बाप हंस रहे थे. ट्रैफिक जाम के कारण एक बार और मौका मिला, तो साथ बैठे किसी को भेजा. लड़के ने कहा कि तस्वीर इसलिए ली, क्योंकि हम उनके फैन हैं.
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मैं ख़तरों के बीच रहता हूं. मुझे अलर्ट रहना ही पड़ता है. मैं खुद नियमों का पालन करने वाला नागरिक हूं. आज तक कार चलाते वक्त कभी कोई नियम नहीं तोड़ा है. लेकिन कोई फोटो खींचे और वीडियो बनाए, तो मुझे शक करना पड़ता है कि इसका इरादा क्या होगा. कोई फैन ऐसे तो नहीं करेगा. कुछ दिन पहले फैमिली के साथ खाने गया था. बगल की मेज़ से चार लड़के अपना फोन छिपाकर वीडियो बना रहे थे. पूरी लाइफ बदल गई है.
आज आप उस तस्वीर को वायरल होते देख रहे हैं. क्या कर सकते हैं. ये पहले भीड़ से आप पर हमले करवाएंगे, फोन पर दिन-रात गाली दिलवाएंगे और एक बार आप आपा खो दें और किसी को गाली बक दें, तो उसकी रिकॉर्डिंग कर वायरल करेंगे. अब यह सब मेरी ज़िन्दगी का हिस्सा है. आप इस ख़तरे की आशंका में बिना सुरक्षा के जीकर दिखा दीजिए, तब, जब हज़ारों की भीड़ आपका पीछा कर रही हो. फोन पर और कभी भी सड़कों पर भी. इस लड़के ने मेरी सुरक्षा से भी क्रॉम्प्रोमाइज़ किया है. अब सबको पता है कि मैं अकेले आता हूं कार चलाकर. ऐसे किसी वक्त किसी पत्रकार जी ने जोश में फर्ज़ी सैलरी लिख दी. मेरी सुरक्षा को ख़तरे में डाल दिया. उन्हें तो यह बात समझ नहीं आई होगी, मगर ध्यान से सोचेंगे तो समझ जाएंगे. जिस दिन कुछ हुआ, उस दिन उनको पकड़ूंगा.
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