एकनाथ शिंदे संग सरकार बनाते समय देवेंद्र फडणवीस ने अनमने से शपथ ली, क्योंकि दो बार मुख्यमंत्री होने के बाद उपमुख्यमंत्री बनना उनका डिमोशन समझा जा रहा था...लेकिन पार्टी का आला नेतृत्व इस बारे में स्पष्ट था कि एक ब्राह्मण मुख्यमंत्री के रहते हुए आंदोलनकारी मराठाओं से निपटने में दिक्कत होगी.