तेजस्वी के मुद्दे पर नीतीश से नरमी की उम्मीद रखने वाले नरेंद्र मोदी के सबसे बड़े शुभचिंतक हैं?
नीतीश समझते हैं कि यदि एक बार तेजस्वी के मुद्दे पर उन्होंने मनमोहन सिंह की तरह आंखें मूंद लीं तब बिहार में मुस्लिम और यादव वोटर को छोड़कर अन्य सभी वर्गों और जाति के वोटर बीजेपी की शरण में जाने को मजबूर होंगे.