योगी जी युवाओं पर बिल्कुल ध्यान न दें, परीक्षा बंद कर दें, नौकरी भी

आखिर किस लहज़े में लिखा जाए कि सरकार युवाओं की सुनें. यूपी का युवा रात को व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी में जेएनयू और दीपिका की फ़र्ज़ी बातें पढ़कर सोता है. जागता है तो रवीश कुमार याद आता है.

योगी जी युवाओं पर बिल्कुल ध्यान न दें, परीक्षा बंद कर दें, नौकरी भी

आखिर किस लहज़े में लिखा जाए कि सरकार युवाओं की सुनें. यूपी का युवा रात को व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी में जेएनयू और दीपिका की फ़र्ज़ी बातें पढ़कर सोता है. जागता है तो रवीश कुमार याद आता है. फिर सैकड़ों मैसेज आने लगते हैं लेकिन दोपहर बाद बंद हो जाता है. आईटी सेल को हिन्दू-मुस्लिम का डोज़ बढ़ा देना चाहिए. अगर मुसलमानों की आबादी वाले पोस्ट बढ़ा दिए जाएं तो युवा दस साल और बेरोजगार रहने के लिए तैयार हो सकते हैं. बल्कि आबादी नियंत्रण के नाम पर जो बोगस क़ानून का प्रोपेगैंडा रचा जा रहा है उससे यूपी या किसी भी हिन्दी प्रदेश के युवाओं को फंसाकर बेरोज़गार रखा जा सकता है. सारे मंत्री इसी पर लेक्चर दें, देखिए लोग कैसे नशे में झूमते हैं. इसमें आरक्षण का भूत भी अचूक काम करेगा. आईटी सेल को कामयाबी मिल रही है. बस उसे डोज़ बढ़ाना होगा ताकि युवाओं में मुझे मेसेज करने की चेतना भी न बची रहे. आज ही देखिए कितनी नौकरियों के सताए हुओं ने मेरे इनबाक्स में हमला बोला है.

1. सर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सहायक समीक्षा अधिकारी-2017 की परीक्षा मे अचानक बीच में मनमाने तरीके से नियम बदल दिया है. मैने B.Sc. Information Technology से किया है. पिछली वैकेंसी में कंप्यूटर ग्रेजुएट को लिया था अब कह रहे कि पीछे क्या हुआ हमसे नहीं मतलब. अन्य परीक्षाओं मे O level के समकक्ष कंप्यूटर ग्रेजुएट को मान्यता है. आयोग की ओरिजिनल नोटिफिकेशन में भी लिखा है कि समकक्ष योग्यता मानी जाएगी. अब 2017 की वैकेंसी को 2020 में कह रहे कि अब पीछे क्या हुआ हमसे मतलब नहीं है. 18 को टाइपिंग टेस्ट है उससे पहले हमारी मदद कीजिए प्लीज.

2. सर, मेरा नाम विकाश मौर्य है, ट्यूबवेल ऑपरेटर (नलकूप चालक) की भर्ती upsssc से 2016 में आई थी, और इसका डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और पैनल लिस्ट फाइनल करके सिंचाई विभाग में आयोग ने फ़ाइल भेज दी, अब विभाग 3 महीने से JOINING नहीं करा रहा है 2020 आ गया 4 साल में भी JOINING नही हो पाया. Plz help sir

3. लोक सेवा आयोग ने एक बार फिर किया छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ - समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा 2017 में सहायक समीक्षा अधिकारी के लिए टाइपिंग की सूचना जारी की जिसमें उसने लगभग 4000 छात्रों को बाहर कर दिया और केवल लगभग 800 छात्रों को टाइपिंग के लिए बुलाया है, जबकि आयोग ने अपनी अधिसूचना में योग्यता के लिए ओ लेवल और उसके समकक्ष डिग्री की बात कही हैं छात्रों द्वारा बार-बार पूछे जाने पर भी कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया गया और छात्रों को पूरा 1 साल भ्रम में रखा गया और अंत में 8 दिन पहले तानाशाही फरमान जारी करके कुछ छात्रों को बुला लिया गया हैं.  जबकि एमसीए, बीसीए, बीटेक सीयस व अन्य बहुत से डिग्रियां ओ लेवल के समकक्ष और इससे बढ़कर हैं.

अभी पिछले 23 दिसंबर को आयोग ने एक विज्ञप्ति जारी कर टाइपिंग को 18 व 19 जनवरी को संपन्न करने को कहा था, लेकिन आयोग खुद अपने ही निर्णय पर नहीं खरा उतर पा रहा है. 2 दिन टाइपिंग कराने को कहकर एक दिन में ही टाइपिंग को संपन्न करा रहा है. इसका तो मतलब सिर्फ यही है, कुछ खेल अंदर जरूर चल रहा है जो आयोग बाहर नहीं आने देना चाहता है.

4. सर हमारी कोई सुन रहा है UPPSC ARO परीक्षा 2017 में बीटेक CS, IT & MCA etc को प्रारंभिक & मुख्य परीक्षा में O level के समकक्ष मानना अब जनवरी 2020 में ARO टाइपिंग के लिए समकक्ष न मानना. UPPSC अध्यक्ष जी का ये फरमान तीन साल से मानसिक शोषण के बाद अंततः ये गला दबाना है. Pls sir help us

नोट: यूपी सरकार बिल्कुल परेशान न हो. वो बस मध्य प्रदेश की तरफ देखें. राजस्थान और बिहार की तरफ़ भी. नींद अच्छी आएगी.

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