नई दिल्ली: शीना बोरा की हत्या के मामले में रोज़ खुल रही परतें, किसी थ्रिलर फिल्म की तर्ज पर लोगों की दिलचस्पी दिन पर दिन बढ़ा रही है। शीना बोरा की हत्या किसने की, किस मकसद से की और कैसे की इस पर लग रहे कयास आजकल मीडिया का पसंदीदा शगल बन चुके हैं। कत्ल का आरोप शीना की जिस मां इंद्राणी मुखर्जी पर है उनके किरदार के ऐसे रंग खुल रहे हैं जिसकी कल्पना तक करना आम इंसान के लिए मुश्किल है। इंद्राणी ने किस किससे शादी की, कितने बच्चे हुए और किसे क्यों छोड़ दिया, ये उनकी निजी ज़िंदगी का हिस्सा हो सकता है लेकिन किसी भी समाज में अपनी ही बच्चे की बेरहमी से हत्या मानवीयता के दायरे से बाहर मानी जाती है।
भले ही आरोप साबित न हुआ हो लेकिन इंद्राणी के मौजूदा पति पीटर मुखर्जी का ये बयान कि उनकी पत्नी ने अपनी बेटी शीना को अपनी छोटी बहन की तरह पेश किया, पति पत्नी के विश्वास के रिश्तों की नींव हिला देता है। कैसे कोई पत्नी इतनी बड़ी बात दिल के किसी कोने में छिपा कर रख सकती है और पत्नी ही क्यों उसकी जगह कोई पति भी होता तो इतनी बड़ी बात, अपने अतीत का एक बड़ा हिस्सा कैसे अपने वर्तमान से अलग-थलग रख सकता है। सोते जागते चलते-फिरते क्या ये डर नहीं सताता होगा कि राज़ खुल गया तो....चैन की नींद उड़ाने के लिए काफी है। ऐसा करने के लिए पत्थर का दिल चाहिए। अभी तक मिलीं खबरें रिश्तों को तार-तार कर देने वाली हैं।
ये शीना का ही नहीं रिश्तों और इनकी संवेदनशीलता का कत्ल है। पैसा, पॉवर और पसंद ये ऐसा जुनून है जिसने 21 साल की शीना को उसी के अपनों के हाथों मरवा डाला। 9 महीने तक बच्चे को गर्भ में पालने वाली मां के लिए अपनी संतान को खत्म कर देने की खबर किसी के भी मुंह को खुला और आंखों को फटा छोड़ने के लिए काफी है। क्यों हुआ होगा ये पता करना और साबित करना पुलिस का काम है लेकिन हाई प्रोफाइल सोसायटी के इस नामी शख़्सियत पर लगे आरोप उस गंदगी को दिखाते हैं जिस पर अक्सर पर्दा पड़ा रहता है। इस गंदगी के छीटें किस-किस के दामन को दागदार करते हैं वक़्त बताएगा लेकिन बहुत से सफेदपोशों के लिए यहां जवाब देना मुश्किल हो सकता है।
एक भाई को बहन के कत्ल के कारण का पता है, सबूत है वो चुप रहा। मां ने अपने बेटे को पैसा रोकने की धमकी दी थी। पति-पत्नी ,मां-बहन के साथ साथ भाई बहन के रिश्ते भी सवाल के कटघरे में खड़े हैं। अगर भाई मिखाईल बोरा सब जानता था जैसे कि उसने मीडिया के आगे आकर दावा किया तो उससे तो यही लगता है कि आर्थिक फायदे के लिए उसने बहन के कत्ल पर मुंह सिल लिया?
फिल्में अब रियल लाइफ से प्रेरणा ढूंढने लगी हैं। ये कत्ल ऐसा मसाला बन गया है जो किसी फिल्मी कथा लिखने वाले को भी चकरा दे। अब इस पर फिल्म बनाने का एलान हो गया है । उम्मीद करते हैं जैसे फिल्म का अंत एक थ्रिलर के सुलझने के साथ हो जाता है वैसे ही इस रियल लाइफ ड्रामे का अंत हत्या के दोषी को सज़ा मिलने और उन लोगों के बेनकाब होने से होगा जो इस साज़िश में सीधे या किसी भी तरह से शामिल रहे हों।