यह ख़बर 02 अप्रैल, 2014 को प्रकाशित हुई थी

स्पिन इज़ किंग : टी-20 में छाया फिरकी का जादू

फाइल फोटो

नई दिल्ली:

मॉर्डन क्रिकेट में ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि एक पूरे बड़े टूर्नामेंट में स्पिनर्स जीत के महानायक बनें, लेकिन बांग्लादेश वर्ल्ड टी20 में अब तक स्पिनरों का जलवा कुछ ऐसा ही रहा है। क्रिकेट के फटाफट फॉर्मेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट में फिरकी के
जादूगर छाए हुए हैं। पिछले कुछ सालों में क्रिकेट के ज्यादातर नियम बल्लेबाजों के हक में बदल दिए गए, लेकिन फिर भी बांग्लादेश में हो रहा टी 20 वर्ल्ड कप बल्ले के दम से ज्यादा स्पिन के महारथियों के दम पर तय हो रहा है।

टूर्नामेंट शुरू होने से पहले कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी समेत स्पिन के दिग्गज सुनील नरेन और पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले जैसे कई जानकारों ने इशारा किया था कि पांचवें वर्ल्ड टी20 में स्पिनर्स का रोल अहम होगा।

नॉक आउट से पहले लीग मुकाबलों में सेमाफाइनल की चार में से तीन टीमों के स्पिन गेंदबाजों ने अपनी टीम की कामयाबी में बड़ा रोल अदा किया है।

भारतीय स्पिनरों ने चार मैचों में 21 विकेट झटके हैं जबकि विंडीज के स्पिनरों ने 19, श्रीलंकाई स्पिनरों ने 17 और द.अफ्रीकी
स्पिनरों ने 12 विकेट अपने नाम किए हैं।

टीम         स्पिनर्स           पेसर्स
भारत         21                6
वेस्ट इंडीज  19               11
श्रीलंका       17                9
द.अफ्रीका    12              18

यही नहीं विकेट लेने वाले टॉप 15 गेंदबाजों की लिस्ट में भी अब तक स्पिनरों का पलड़ा ही भारी है। जहां 15 में से आठ स्पिन
गेंदबाजों ने अपना दबदबा बना रखा है।

द. अफ्रीकी लेग स्पिनर इमरान ताहिर के नाम चार मैचों में 11 विकेट हैं, जबकि विंडीज के सैमुअल बद्री के नाम 10 विकेट हैं।
लेग स्पिनर अमित मिश्रा के नाम नौ और ऑफ स्पिनर आर अश्विन के नाम सात विकेट हैं। यहां तक कि भारत के अब तक हुए चार मैचों में मैन ऑफ द मैच का खिताब अमित मिश्रा और आर अश्विन ने दो−दो बार आपस में बांट लिए।

कप्तान धोनी कहते हैं कि अब टी20 में भी हालात बदल गए हैं इसलिए टीमें रणनीतियों पर काफी ध्यान दे रही हैं। कप्तान एमएस धोनी कहते हैं कि 2007 में टी20 को लोग मजाक के तौर पर देखते थे। खिलाड़ी माइक पहनकर मैच के दौरान बात कर सकते थे, लेकिन अब खिलाड़ी गंभीर हो गए हैं। टीमें हर हाल में मैच जीतना चाहती हैं। काफी कुछ बदल गया है।

कई जानकार कहते हैं कि टूर्नामेंट में अगर सभी टीमों के स्पिनरों को पिचों से थोड़ी मदद मिल रही है तो उसमें कोई बुराई नहीं है। द. अफ्रीकी ऑफ स्पिनर जेपी डूमिनी कहते हैं कि स्पिनर इस टूर्नामेंट में बेहद अच्छा कर रहे हैं इसलिए हमारी चुनौती बढ़ गई है, जबकि भारतीय स्टार ऑफ स्पिनर आर अश्विन कहते हैं कि विकेट स्लो है, लेग स्पिनर को थोड़ा फायदा हो सकता है। इन पिचों पर स्लोअर डालना चाहते हैं तो आपको थोड़ी मदद मिल सकती है।

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सेमीफाइनल और फाइनल से पहले यह भी तय दिख रहा है कि जिस टीम का स्पिन किंग रोल अदा करेगा वही टीम
पांचवें वर्ल्ड टी-20 का खिताब जीतकर अपनी बादशाहत साबित करेगी।