सुशील की समीक्षा : आयरलैंड की गलती थी टॉस जीतकर बल्लेबाजी करना

नई दिल्ली : शिखर धवन ने एक बार फिर बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए भारत को जीत दिलाई, जिसकी बदौलत ग्रुप बी की अंक तालिका में शीर्ष पर टीम इंडिया की स्थिति और मजबूत हो गई। आयरलैंड ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए शानदार शुरुआत की थी और 10 ओवरों में 60 रन बना लिए थे, टीम की ओर से आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2015 में खेले मैचों के पॉवर प्ले में सबसे बड़ा स्कोर था। लेकिन जब भारत के पेस गेंदबाज आयरलैंड को रोकने में नाकाम दिखे, तब महेंद्र सिंह धोनी ने शानदार कप्तानी करते हुए स्पिन बॉलरों का बखूबी इस्तेमाल किया। रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के साथ-साथ सुरेश रैना और रोहित शर्मा को सही समय पर गेंदबाजी करने भेजा। आयरलैंड ने 88 रन के स्कोर तक कोई विकेट नहीं खोया था, और ऐसा लग रहा था कि आयरलैंड 300 से भी ज़्यादा का आंकड़ा छू लेगा, लेकिन उसी वक्त स्पिनर्स ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रन तो रोके ही, विकेट भी चटका दिए, और पूरी आयरलैंड टीम 49 ओवर में 259 रन बनाकर आउट हो गई। नाथन ओ'ब्रायन ने टीम की ओर से सबसे ज्यादा 75 रन बनाए और सलामी बल्लेबाज विलियम पोर्टफील्ड ने 67 रन की पारी खेली। रविचंद्रन अश्विन ने अपने कोटे के 10 ओवरों में 38 रन देकर दो विकेट लिए, जबकि मोहम्मद शमी ने नौ ओवर फेंके, और 41 रन देकर तीन विकेट हासिल किए।

इसके बाद 260 रन के विजय लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के सलामी बल्लेबाजों शिखर धवन और रोहित शर्मा ने शानदार शुरुआत की, और पहले विकेट के लिए 174 रन जोड़े। भारत के पहले विकेट के रूप में रोहित शर्मा 64 रन बनाकर आउट हुए, जिनमें तीन चौके और तीन छक्के शामिल थे। इसके बाद शिखर ने एक बार फिर साबित किया की बाउंसी पिच पर वह अच्छी बल्लेबाजी कर सकते हैं। उन्होंने शानदार खेल दिखाते हुए 85 गेंदों पर 100 रन बनाए, जिनमें 11 चौके और पांच छक्के शामिल थे। शिखर के आउट हो जाने के बाद विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने मिलकर भारत को जीत दिलाई, और मैच खत्म होने पर विराट 44 और रहाणे 33 रन पर नाबाद थे।

वैसे, इससे पहले इसी वर्ल्ड कप के दौरान शिखर ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी शतक ठोका था, और आज के मैच के बाद वर्ल्ड कप के इस संस्करण में शिखर धवन अब तक पांच मैचों में 333 रन बना चुके हैं और सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं, जबकि पहले पायदान पर 374 रन के साथ श्रीलंका के कुमार संगकारा मौजूद हैं।

अब एक और पहलू पर गौर करते हैं... आयरलैंड की आज की हार के पीछे भारत की शानदार बैटिंग तो है ही, आयरलैंड की अपनी कुछ गलतियां भी ज़िम्मेदार हैं। टॉस जीतने के बाद पहले बैटिंग करना आयरलैंड की सबसे बड़ी गलती थी, क्योंकि सेडान पार्क, हैमिल्टन के इतिहास के मुताबिक, यहां पहले गेंदबाजी करने वाली टीमें ही अधिकतर मैच जीतती रही हैं। अभी तक इस मैदान पर 26 मैच खेले गए हैं, जिनमें से दो मैचों के नतीजे नहीं आए, और बचे हुए मैचों में से 15 में वे टीमें जीतीं, जिन्होंने पहले गेंदबाजी की, और नौ मैचों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों को जीत नसीब हुई।

इसके अलावा, वर्ल्ड कप के इतिहास के हिसाब से भी आयरलैंड ने अधिकतर पीछा करते हुए ही बड़ी टीमों को हराया है। वर्ष 2007 में आयरलैंड ने पाकिस्तान को तीन विकेट से हराया था, जबकि वर्ष 2011 में उन्होंने 328 रन के स्कोर का पीछा करते हुए इंग्लैंड को भी तीन विकेट से हराने में कामयाबी हासिल की थी। अब इस संस्करण में भी 16 फरवरी को वेस्ट इंडीज के खिलाफ वे 305 रन का पीछा करते हुए ही जीते थे। यूएई के खिलाफ इस वर्ल्ड कप का अपना दूसरा मैच भी आयरलैंड ने 279 रन के आंकड़े का पीछा करते हुए ही जीता था।

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ऐसे में टॉस जीत जाने के बाद पहले बल्लेबाजी का निर्णय लेना सवाल खड़े करता है, और लगता है, कभी-कभी अति-आत्मविश्वास की वजह से टीमों को हार का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा अच्छी शुरुआत के बावजूद आयरलैंड के बल्लेबाजों ने संभलकर खेलने की कोशिश नहीं की। आयरलैंड ने मंगलवार के मैच में 206 रन के स्कोर तक सिर्फ चार विकेट गंवाए थे, लेकिन इसके बाद तेज खेलने के चक्कर में पूरी टीम 259 पर ही ऑल आउट हो गई। अब आयरलैंड को क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए पाकिस्तान को हराना पड़ेगा, और यह महत्वपूर्ण मैच 15 मार्च, 2015 को एडिलेड ओवल में खेला जाएगा।