जावेद अख्तर ने पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग पर किया ट्वीट, बोले- इसके लिए जो भी जिम्मेदार है उसे...

महाराष्ट्र में हुई साधुओं की हत्या पर हाल ही में मशहूर लेखर जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर सबका खूब ध्यान खींच रहा है.

जावेद अख्तर ने पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग पर किया ट्वीट, बोले- इसके लिए जो भी जिम्मेदार है उसे...

जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने पालघर मामले को लेकर किया ट्वीट

खास बातें

  • पालघर में साधुओं की हत्या पर जावेद अख्तर ने किया ट्वीट
  • जावेद अख्तर ने कहा कि जो भी घटना के लिए जिम्मेदार है उन्हें...
  • जावेद अख्तर का ट्वीट हुआ वायरल
नई दिल्ली:

महाराष्ट्र (Maharashtra) के पालघर (Palghar) में एक ड्राइवर सहित दो साधुओं की चोरी के शक में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. इस मामले को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है. महाराष्ट्र में हुई साधुओं की हत्या पर हाल ही में मशहूर लेखर जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर सबका खूब ध्यान खींच रहा है. अपने ट्वीट में जावेद अख्तर ने कहा कि जो भी उन सिद्ध पुरुषों और ड्राइवर की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाना चाहिए. इसके साथ ही जावेद अख्तर ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि लिंचिंग जैसे जघन्य अपराध के लिए समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिए. 

जावेद अख्तर (Javed Akhtar) का यह ट्वीट खूब सुर्खियां बटोर रहा है. उन्होंने पालघर मामले पर अपने विचार पेश करते हुए लिखा, "जो भी दोनों सिद्धपुरुषों और उनके चालक की लिंचिंग के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए. सभ्य समाज में लिंचिंग जैसे जघन्य अपराध के लिए कोई जगह या कोई सहिष्णुता नहीं होनी चाहिए." बता दें कि पालघर मामले में अब तक 110 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. प्रदेश सरकार ने 16 अप्रैल को हुई इस वारदात में पहले ही उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं. 

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बता दें कि पालघर (Palghar) मामले को लेकर जावेद अख्तर (Javed Akhtar) के अलावा फरहान अख्तर, जीशान अय्यूब, विवेक रंजन अग्निहोत्री और कई कलाकारों ने भी ट्वीट किये थे. पालघर मामले की बात करें तो गुरुवार रात 10 बजे के करीब खानवेल मार्ग पर नासिक की तरफ से आ रही गाड़ी में 3 लोग थे. गांव वालों ने रोका और फिर चोर होने की शक में पत्थरों से हमला कर दिया. तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. मरनेवालों में से दो की पहचान साधुओं के रूप में हुई जबकि तीसरा उनका ड्राइवर था. तीनों मृतक मुंबई के कांदिवली से सूरत अपने एक मित्र के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने जा रहे थे. इसमें 35 साल के सुशीलगिरी महाराज और 70 साल के चिकणे महाराज कल्पवृक्षगिरी थे. जबकि 30 साल का निलेश तेलगड़े ड्राइवर था.