खेल मंत्री Kiren Rijiju ने कहा, एमसी मैराकॉम और निखत जरीन दोनों पर ही देश को गर्व है
खास बातें
- खेल मंत्री ने कहा, दोनों ही बॉक्सरों पर देश को गर्व है
- मैरीकॉम ने वह हासिल किया जो कोई अन्य बॉक्सर नहीं कर पाया
- आपसी झगड़े का देश के लिए खेलते हुए असर नहीं होना चाहिए
नई दिल्ली: केंद्रीय खेल मंत्री कीरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने कहा है कि एमसी मैरीकोम (MC Mary Kom)और निखत जरीन (Nikhat Zareen) के बीच ट्रायल मुकाबले की घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं किया जाना चाहिए तथा देश को इन दोनों पर गर्व है. गौरतलब है कि मैरीकॉम ने जरीन को 9-1 से हराकर फरवरी में चीन में होने वाले ओलिंपिक क्वालीफायर में जगह बनाई है. इस मुकाबले में दोनों महिला बॉक्सरों के बीच कटुता साफ तौर पर दिखी और दोनों मुक्केबाजों ने मुकाबले के बाद हाथ नहीं मिलाए. मैरीकोम मुकाबले के बाद जरीन के गले भी नहीं लगीं.
खेल मंत्री रिजिजू ने ट्वीट किया, ‘मैरीकोम दिग्गज खिलाड़ी हैं जिन्होंने विश्व अमेच्योर मुक्केबाजी में वह हासिल किया है जो कोई अन्य मुक्केबाज नहीं कर पाया. निकहत जरीन भी शानदार मुक्केबाज हैं जिसमें मैरीकोम के पदचिन्हों पर चलने की क्षमता है. भारत को दोनों पर गर्व है.'उन्होंने आगे लिखा, ‘जुनून और भावनाएं खेल की आत्मा है. केवल यह बात दिमाग में रहनी चाहिए कि पेशेवर खेलों में खिलाड़ी और पैसा अधिक महत्व रखता है जबकि एमेच्योर खेलों में देश महत्वपूर्ण होता है. आपस में झगड़े का खिलाड़ियों पर भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए विपरीत प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए.'
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (BFI) ने जब ओलिंपिक क्वालीफायर्स के लिये मैरीकोम का सीधे चयन करने का फैसला किया तो जरीन ने रिजिजू को खुला पत्र लिखा था. रिजिजू ने ओलिंपिक चार्टर का हवाला देकर खुद को मामले से अलग कर लिया था. मैरीकोम (MC Mary Kom) ने शनिवार को कहा था कि वह चयन विवाद में घसीटे जाने से निराश हैं क्योंकि चयन उनके हाथ में नहीं है.
वीडियो: मैरीकॉम ने निखत जरीन को हराया
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)