रोजमर्रा का सामान बनाने वाली कंपनियों को ग्रोथ को रफ्तार देने वाले बजट की उम्मीद

रोजमर्रा का सामान बनाने वाली कंपनियों को ग्रोथ को रफ्तार देने वाले बजट की उम्मीद

रोजमर्रा का सामान बनाने वाली कंपनियों को ग्रोथ को रफ्तार देने वाले बजट की उम्मीद (प्रतीकात्मक फोटो)

नई दिल्ली:

मोदी सरकार द्वारा 1 फरवरी को पेश किए जाने वाले बजट को लेकर एफएमसीजी कंपनियों को बजट के ग्रोथ पर फोकस करने की उम्मीद जताई जा रही है. नोटबंदी से प्रभावित रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली ये कंपनियां ग्राहकों में भरोसे के फिर से लौटने और शहरी एवं ग्रामीण दोनों बाजारों में मांग पैदा करने के लिये वृद्धि उन्मुख बजट की उम्मीद कर रही हैं.

गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लि. के प्रबंध निदेशक विवेक गंभीर ने  कहा, ‘‘हम ग्राहकों में फिर से भरोसा जगाने के लिये विभिन्न प्रोत्साहनों के साथ वृद्धि उन्मुख बजट की उम्मीद कर रहे हैं. साथ ही हम उभरते मध्यम वर्ग और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के हाथ में पैसा बढ़ाकर मांग को प्रोत्साहित करने के लिये सक्रिय सुधारों की आशा कर रहे हैं. यह एफएमसीजी क्षेत्र में वृद्धि को पटरी पर लाने में मदद करेगा.’’

कोलकाता स्थित इमामी भी खपत को बढ़ाने, सार्वजनिक निवेश में वृद्धि, डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने, कर आधार का दायरा बढ़ाने तथा व्यापार धारणा में सुधार के लिये वृद्धि उन्मुख बजट की उम्मीद कर रही है. इमामी के मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (COO) एनएच भंसाली ने कहा, ‘‘बजट का लक्ष्य गार, (प्रभावी प्रबंधन का स्थान), जीएसटी आदि के संदर्भ में नीतियों को स्पष्ट करने का होना चाहिए. अन्य बजट की तरह घाटे को नियंत्रित करना तथा उच्च वृद्धि हासिल करना एक बड़ी चुनौती होगी.’’

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘मूल छूट सीमा बढ़ने के साथ कर की दरें कम होने लेकिन करदाता आधार व्यापक होने की संभावना है. मौजूदा कमजोर व्यापार माहौल में कारोबार सुगमता पर भी जोर होगा. साथ ही कृषि, बुनियादी ढांचा तथा सेवा क्षेत्र पर भी विशेष गौर किये जाने की उम्मीद है.’’

मैरिको को भी उम्मीद है कि बजट में सरकार का ग्रामीण क्षेत्र तथा कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने पर जोर होगा. साथ ही वेतनभोगी करदाताओं को लाभ मिलने की उम्मीद है ताकि उनके पास खर्च योग्य आय बढ़े.

(भाषा से इनपुट)


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com