बजट 2017

बजट 2017 : सरकार ने आर्थिक सर्वे पेश किया, 2017-18 में जीडीपी विकास लक्ष्य 7.1%

बजट 2017 : सरकार ने आर्थिक सर्वे पेश किया, 2017-18 में जीडीपी विकास लक्ष्य 7.1%

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मोदी सरकार के 1 फरवरी को पेश किए जाने वाले चौथे बजट से पूर्व संसद में आर्थिक सर्वे (Economic Survey) पेश कर दिया. इसमें वित्त वर्ष 2017-18 के लिए 6.75% से 7.5% की दर से आर्थिक वृद्धि का अनुमान रखा है. सर्वे में श्रम और टैक्स में सुधार की सिफ़ारिश की गई है.

...तो मोदी सरकार इस फार्मूले से बढ़ाएगी गरीबों की आय, बजट में हो सकती है घोषणा

...तो मोदी सरकार इस फार्मूले से बढ़ाएगी गरीबों की आय, बजट में हो सकती है घोषणा

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मोदी सरकार ने आर्थिक सर्वेक्षण 2016-17 पेश किया. सर्वे में देश के हर नागरिकों को हर महीने एक तयशुदा आमदनी सुनिश्चित करने के लिए यूनिवर्सल बेसिक इनकम स्कीम लागू करने की सिफारिश की गई है. सरकार का मानना है कि इससे गरीबी हटाने में मदद मिलेगी. नीति आयोग का जहां कहना है कि देश के पास गरीबों की आमदनी बढ़ाने की परियोजना चलाने के लिए जरूरी वित्तीय संसाधन नहीं हैं. वहीं, सरकार के वित्त वर्ष 2016-17 के आर्थिक सर्वेक्षण में गरीबी हटाने के लिए चलाई जा रही विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं की जगह पर एक सार्वभौमिक बुनियादी आय (यूनिवर्सल बेसिक इनकम) योजना चलाने की वकालत की गई है.

जानिए क्या है सबके लिए आमदनी योजना? क्या इसे लागू करना आसान है?

जानिए क्या है सबके लिए आमदनी योजना? क्या इसे लागू करना आसान है?

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सरकार ने पहली बार सभी नागरिकों को लिए आमदनी यानी यूनिवर्सल बेसिक इनकम (यूबीआई) की बात औपचारिक रूप से छेड़ी है. मंगलवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा संसद में रखे गए आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि चाहे यूबीआई को लागू करने का समय अभी नहीं आया हो लेकिन इस पर गंभीर रूप से चर्चा होनी चाहिए. आर्थिक सर्वेक्षण में यूनिवर्सल बेसिक इनकम यानी सबके लिए आमदनी योजना की वकालत की गई है. सर्वेक्षण में कहा गया है कि यूनिवर्सल बेसिक इनकम यानी यूबीआई गरीबी कम करने के लिए कई सामाजिक कल्याण योजनाओं का विकल्प हो सकती है.

बजट से एक दिन पहले सेंसेक्स में 194 अंकों की गिरावट

बजट से एक दिन पहले सेंसेक्स में 194 अंकों की गिरावट

देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को गिरावट देखी गई. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 193.60 अंकों की गिरावट के साथ 27,655.96 पर और निफ्टी 71.45 अंकों की गिरावट के साथ 8,561.30 पर बंद हुआ. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 18.36 अंकों की मजबूती के साथ 27,867.92 पर खुला और 193.60 अंकों या 0.70 फीसदी गिरावट के साथ 27,655.96 पर बंद हुआ.

93 साल में पहली बार आम बजट की पटरी पर दौड़ेगी रेल, जानें क्या होगा खास

93 साल में पहली बार आम बजट की पटरी पर दौड़ेगी रेल, जानें क्या होगा खास

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1924 के बाद से पहला मौका होगा जब रेलवे का बजट अलग से नहीं बल्कि आम बजट का हिस्सा होगा. सरकार के सुधार एजेंडा को आगे बढ़ाते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली इस बार रेल बजट को अलग से पेश की जाने वाली पुरानी परंपरा को खत्म करेंगे. इस साल यह आम बजट का ही हिस्सा होगा.

आज पेश होगा आम बजट, अरुण जेटली से इन मोर्चों पर राहत की उम्मीद

आज पेश होगा आम बजट, अरुण जेटली से इन मोर्चों पर राहत की उम्मीद

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वित्त मंत्री अरुण जेटली बुधवार को अपना चौथा बजट पेश करेंगे. यह उनके लिए अबतक का सबसे चुनौतीपूर्ण बजट माना जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि नोटबंदी से हुई परेशानी को दूर करने के लिए जेटली 2017-18 के बजट में कुछ टैक्स राहत तथा अन्य प्रोत्साहन दे सकते हैं, जिससे अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिल सके.

नोटबंदी का अर्थव्यवस्था पर कितना असर? मुख्‍य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन से रवीश कुमार की बातचीत

नोटबंदी का अर्थव्यवस्था पर कितना असर? मुख्‍य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन से रवीश कुमार की बातचीत

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आज वित्त मंत्री अरुण जेटली आम बजट पेश करेंगे. इससे पहले मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने एनडीटीवी ने ख़ास बातचीत की. उन्होंने नोटबंदी पर सरकार का नज़रिया रखा और कहा कि टैक्स कलेक्शन कम नहीं हुआ.

देश में ऐतिहासिक नोटबंदी के बाद आ रहे आम बजट पर अखबारों की पैनी नजर

देश में ऐतिहासिक नोटबंदी के बाद आ रहे आम बजट पर अखबारों की पैनी नजर

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देश में लिए गए नोटबंदी के ऐतिहासिक फैसले से प्रभावित अर्थव्यवस्था के दौर में वित्तीय वर्ष 2017-2018 के आम बजट पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं. बुधवार को संसद में आम बजट पेश होने वाला है. आने वाले दिनों में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. इसके मद्देनजर बजट और भी महत्वपूर्ण हो गया है. एक तरफ आचार संहिता है और दूसरी तरफ देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की चुनौती सरकार के समक्ष है. बजट से संबंधित संभावनाओं और विश्लेषणों के समाचार सभी अखबारों में प्रमुखता से छापे गए हैं.

आम बजट 2017 :  8 लाख रुपये तक की इनकम हो सकती है टैक्स फ्री!

आम बजट 2017 : 8 लाख रुपये तक की इनकम हो सकती है टैक्स फ्री!

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वित्त मंत्री अरुण जेटली बुधवार को अपना चौथा आम बजट पेश करेंगे. मंगलवार को पेश किए गए आर्थिक सर्वे में भी सरकार ने स्वीकार किया है नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को झटका लगा है. ऐसे में जेटली बजट में कुछ कर राहत दे सकते हैं जिससे अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिल सके. इसके अलावा 93 साल में ऐसा पहली बार होगा जब रेल बजट पेश नहीं होगा. ऐसे में यह बजट कई मायनों में अलग है. यह भी पहली बार हो रहा है कि आम बजट 28 या 29 फरवरी की बजाय 1 फरवरी को पेश किया जा रहा है.

क्यों खास है बजट 2017, पढ़ें 7 खास बातें जिन्हें जानना है आपके लिए जरूरी

क्यों खास है बजट 2017, पढ़ें 7 खास बातें जिन्हें जानना है आपके लिए जरूरी

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आज वित्तमंत्री अरुण जेटली अपना चौथा बजट पेश करने जा रहे हैं. इस बार 1 महीना बजट पेश हो रहा है. कई अहम बातें हैं जो इस बार के बजट को खास बना रही हैं. बजट में आईटी से लेकर सर्विस टैक्स तक कई बड़े ऐलानों की उम्मीद है. साथ ही सरकार किसानों और गरीबों के लिए भी कई बड़े ऐलान कर सकती है.

बजट से जुड़े मुश्किल शब्दों के अर्थ - आम आदमी की भाषा में...

बजट से जुड़े मुश्किल शब्दों के अर्थ - आम आदमी की भाषा में...

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हर साल की तरह बजट पेश होने वाला है, और सभी की निगाहें उसी पर टिकी हुई हैं... लेकिन कभी-कभी समस्या यह हो जाती है कि बजट भाषण में इस्तेमाल किए गए कुछ शब्दों का अर्थ आम आदमी नहीं समझ पाता, सो, आज हम आपके लिए लेकर आए बजट शब्दावली, जिसमें सभी ऐसे शब्दों के अर्थ आम आदमी की भाषा में समझाए गए हैं...

आम बजट 2017 : अरुण जेटली के बजट में आज आपको नज़र रखनी है इन तीन मोर्चों पर....

आम बजट 2017 : अरुण जेटली के बजट में आज आपको नज़र रखनी है इन तीन मोर्चों पर....

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वित्त मंत्री अरुण जेटली आज मोदी सरकार का चौथा बजट (Union Budget 2017) पेश करने वाले हैं. इस सरकार के लिए यह बजट चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है क्योंकि एक और जहां उसे नोटबंदी के बाद से परेशान लोगों को राहत देने का दबाव है और दूसरी और देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के हरसंभव उपाय भी करने हैं. ऐसे में, आप और हम किन तीन चीजों पर नज़र रखें जिनका हम पर सीधा असर पड़ेगा...

भारतीय संविधान में कहीं नहीं है बजट शब्द का उल्लेख, पढ़ें ‘बजट’ की कहानी

भारतीय संविधान में कहीं नहीं है बजट शब्द का उल्लेख, पढ़ें ‘बजट’ की कहानी

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आम तौर बजट शब्द आते ही आमदनी और खर्चे का ख्याल आ जाता है. बजट शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच भाषा के ‘बूजट’ से हुई बताई जाती है. ‘बूजट’ का अर्थ होता है ‘चमड़े की थैली’ इस आप बैग समझ सकते हैं. बजट के वर्तमान स्वरूप का यदि इतिहास में सबसे पहले उल्लेख देखा जाए तो यह सबसे पहले 1773 में मिलता है. इस समय ब्रिटिश वित्तमंत्री रॉबर्ट वालपोल ने अपने वित्तीय प्रस्ताव को चमड़े के बैग से निकाला था और तब से ‘बजट’ शब्द का प्रयोग सरकारी लेखा-जोखा के तौर पर होने लगा. इंग्लैंड के वित्त मंत्री जिस ब्रीफकेस में बजट पेश करते हैं, उसे ‘बजट बॉक्स’ कहा जाता था और आज भी यह परंपरा जारी है. यह लाल रंग का होता है. 1860 में इंग्लैंड के तत्कालीन वित्त मंत्री विलियम इवर्ट ग्लैडस्टोन ने इस परंपरा की शुरुआत की थी. बताया जाता है कि सिर्फ दो बार छोड़कर 2010 तक इसी अटैची से बजट पेश किया गया है. यह बैग काफी पुराना हो चुका है इसलिए इसे संग्रहालय में रख दिया गया और नया ब्रीफकेस तैयार किया गया है.

एक अंग्रेज ने पेश किया था भारत का पहला बजट, कब और किसने पढ़ें इस खबर में...

एक अंग्रेज ने पेश किया था भारत का पहला बजट, कब और किसने पढ़ें इस खबर में...

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आज केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली सरकार का बजट पेश करने जा रहे हैं. लेकिन भारत में सबसे पहला बजट किसने पेश किया था, इसकी जानकारी कुछ ही लोगों को होगी. जानकारी के अनुसार 1860 में भारत का पहला बजट बना था. भारत के आजाद होने के ठीक पहले का बजट उस समय की अंतरिम सरकार के वित्तमंत्री रहे लियाकत अली खां ने पेश किया था. यह बजट 9 अक्‍टूबर, 1946 से लेकर 14 अगस्त 1947 तक की अवधि के लिए था. इसके बाद आजाद भारत का पहला बजट तत्कालीन वित्तमंत्री आर के षणमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर, 1947 में पेश किया था.

बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ट्विटर पर पूछे गए सवालों का देंगे जवाब

बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ट्विटर पर पूछे गए सवालों का देंगे जवाब

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संसद में बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली उसके प्रस्तावों के बारे में ट्विटर पर लोगों द्वारा पूछे गए के सवालों का जवाब देंगे.

बजट में इस खास क्षेत्र पर सरकार कर सकती है सौगातों की बारिश

बजट में इस खास क्षेत्र पर सरकार कर सकती है सौगातों की बारिश

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पिछले एक दशक में जॉब विहीन वृद्धि सरकारों के लिए बड़ा सिरदर्द रहा है. यानी देश में आर्थिक वृद्धि की रफ्तार तो तेज हुई है लेकिन उस मुकाबले में रोजगार सृजित नहीं हुआ है.

आम बजट 2017 : उम्मीदों पर सवार शेयर बाजार, सेसेंक्स में शुरुआती कारोबार में बढ़त

आम बजट 2017 : उम्मीदों पर सवार शेयर बाजार, सेसेंक्स में शुरुआती कारोबार में बढ़त

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आज यानी बुधवार का बाजार के लिए बड़ा दिन है. सेसेंक्स और निफ्टी दोनों में शुरुआती कारोबार में बढ़त देखनी को मिल रही है. खास करके सरकारी बैकों के शेयर. वित्त मंत्री आज देश का बजट पेश करेंगे. नोटबंदी के बाद बाजार को बजट से उम्मीदें बहुत ज्यादा है. इनकम टैक्स से लेकर कॉर्पोरेट टैक्स में छूट की मांग की जा रही है. सरकारी बैकों को बैड लोन से उबारने के लिए कुछ राहतों को घोषणा मोदी सरकार कर सकती है. स्टॉक मार्केट बड़ी घोषणाओं के इंतजार में नोटबंदी के बाद हुए नुकसान से रिकवरी कर चुका है.

अंतत: इकॉनमिक सर्वे में मोदी सरकार ने स्वीकारा - नोटबंदी से पहुंची है अर्थव्यवस्था को चोट

अंतत: इकॉनमिक सर्वे में मोदी सरकार ने स्वीकारा - नोटबंदी से पहुंची है अर्थव्यवस्था को चोट

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मोदी सरकार ने 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा की थी. तभी से देश में इस बात को लेकर बहस जारी थी कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होगी. सरकार अपने बयानों में इन आशंकाओं को खारिज करती रही. यहां तक कि कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत के आर्थिक वृद्धि दर अनुमान को घटा दिया था. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते हुए पहली बार स्वीकार किया कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को चोट पहुंची है.

रेल बजट 2017: ट्रेनों की स्‍पीड बढ़ाने, किराए में कुछ बढ़ोतरी सरीखे ऐलानों की संभावना...

रेल बजट 2017: ट्रेनों की स्‍पीड बढ़ाने, किराए में कुछ बढ़ोतरी सरीखे ऐलानों की संभावना...

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संसद में आज आम बजट के साथ ही रेल बजट का पिटारा भी खुलेगा. यह बजट इस मायने में ऐतिहासिक होगा कि देश में पहली बार दोनों बजट एक साथ पेश किए जाएंगे और वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ही इसे पेश करेंगे

LIVE : बजट 2017 : अरुण जेटली ने कहा- भारत दुनिया के आर्थिक नक्‍शे पर चमक रहा है : 5 खास बातें

LIVE : बजट 2017 : अरुण जेटली ने कहा- भारत दुनिया के आर्थिक नक्‍शे पर चमक रहा है : 5 खास बातें

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Union Budget 2017 : मोदी सरकार का चौथा बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में कहा कि हमारी सरकार कालेधन से लड़ रही है. पिछले सालों में सरकार पर लोगों का भरोसा बढ़ा है. हम असंठित के मुकाबले संगठित अर्थव्‍यवस्‍था की तरफ बढ़े हैं. पढ़ें जेटली द्वारा कही गई पांच बातें...

 
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