वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि मोदी सरकार के पिछले तीन सालों के दौरान जन धन योजना के तहत 30 करोड़ परिवारों के बैंक खाते खोले गए हैं. जेटली ने कहा कि इस योजना की शुरुआत से पहले करीब 42 प्रतिशत परिवार बैंकिंग सेवा से जुड़े हुए नहीं थे. उन्होंने कहा कि जन धन योजना बैंक खाते खोलने की देश की सबसे बड़ी मुहिम है. इसका लक्ष्य सभी व्यावसायिक बैंकों में जीरो डिपॉजिट बैलेंस पर खाते खोलकर प्रत्येक परिवार को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ना था.
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जेटली ने कहा कि जीरो डिपॉजिट बैलेंस वाले बैंक खातों का अनुपात 77 प्रतिशत से घटकर 20 प्रतिशत रह गया है. उन्होंने कहा कि योजना की शुरुआत के तीन महीने बाद सितंबर, 2014 में 76.81 प्रतिशत खातों में जमा राशि शून्य थी. अब इस तरह के खाते कम होकर 20 प्रतिशत रह गए हैं. उन्होंने जन धन योजना को श्रेय देते हुए कहा कि अब 99.99 प्रतिशत परिवारों के पास कम से कम एक बैंक खाता हैं.
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आधार कार्ड के बारे में जेटली ने कहा कि यह यूपीए सरकार के समय एक उभरता हुआ विचार भर था. इसे विधायी मजबूती नहीं मिली थी. भाजपा की सरकार में इस संबंध में विधेयक पारित हुआ है.
(इनपुट भाषा से)