केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने ऑयल एंड नैचुरल गैस (ओएनजीसी) के 13 वरिष्ठ सेवारत और पूर्व अधिकारियों को एक निजी कंपनी को ठेका देने के मामले में कथित अनियमितता बरतने पर मुकदमा दर्ज किया है. इससे ओएनजीसी को 80 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
सीबीआई ने इसकी जानकारी दी. अधिकारियों पर ओएनजीसी की आंध्र प्रदेश स्थित राजमुंदरी संयंत्र के लिए गैस डिहाइडरेशन इकाइयों की आपूर्ति के लिए एक निजी कंपनी को ठेका देने में गड़बड़ी करने का आरोप है.
80 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप में दर्ज प्राथमिकी में पूर्व कार्यकारी निदेशक डीजी सानयाल , निदेशक (तटीय) अशोक वर्मा और पूर्व डीजीएम (उत्पादन) अरुप रतन दास समेत अन्य के नाम शामिल है. सीबीआई ने कहा कि अधिकारियों पर दीप इंडस्ट्रीज लिमिटेड को 312 करोड़ रुपये का ठेका देने में अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप है. जिसके चलते ओएनजीसी को 80 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
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