रेलमंत्री सुरेश प्रभू ने शनिवार को मुंबई में कई योजनाओं की शुरुआत की, लेकिन सबसे अहम रहा अक्तूबर से पहले एसी लोकल चलाने का वायदा। मुंबई यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति और रेलमंत्री के बीच करार के साथ ही मुंबई विश्वविद्यालय में रेलवे की पढ़ाई का रास्ता साफ हो गया। रेलमंत्री के दौरे का मकसद कारोबार भी था विदर्भ और गढ़चिरौली के बीच ट्रेन, कोल्हापुर से कोंकण के वैभववाडी और कराड से चिपलुण तक रेल नेटवर्क बढ़ाने की बात हुई।
मुंबई में पहले एसी डिब्बे अप्रैल-मई 2013 में आना था, लेकिन पेंरबूर कोच फैक्ट्री में डिब्बों की डिजाइन को अंतिम रूप देने में देरी हुई। उसके बाद एसी लोकल के लिए जुलाई 2014 की तारीख तय हुई, अब मौजूदा रेलमंत्री ने अक्तूबर 2015 में एसी लोकल की सौगात की बात कही है।
मुंबई में पहली एसी लोकल चर्चगेट से विरार तक चलाने की योजना है, शुरुआती दौर में हर दिन एसी लोकल की 12 फेरियां दौड़ेंगीं।
रेलवे अपने नेटवर्क के इस्तेमाल से माल ढुलाई को कैसे बढ़ाए इस दिशा में भी एक अहम कदम उठाया गया। रेल विकास निगम दीघी पोर्ट के बीच करार पर हस्ताक्षर हो गया। 800 करोड़ की लागत से बनने वाला दीघी पोर्ट रेल प्रोजक्ट जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट और लुधियाना के बीच डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के फीडर रूट के तौर पर काम करेगा।