शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि तेल उत्पादक आउटपुट में कटौती को लेकर एक अहम समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिश में जुटे रहे, ताकि कोरोनावायरस महामारी के चलते तेल की कीमतों में गिरावट से जूझ सकें.
अमेरिकी बेंचमार्क वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (West Texas Intermediate) में 9.3 फीसदी की तीखी गिरावट दर्ज हुई और वह 22.76 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया, जबकि अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट (Brent) भी 4.1 प्रतिशत की गिरावट के साथ 31.48 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
वहीं, ओपेक ने शुक्रवार को कहा कि मेक्सिको को छोड़कर प्रमुख तेल उत्पादक देशों ने मई और जून में उत्पादन में प्रतिदिन एक करोड़ बैरल की कटौती करने पर सहमति व्यक्त की है. ओपेक और अन्य प्रमुख तेल उत्पादक देशों ने कीमतों में भारी गिरावट रोकने के लिए गहन वार्ता की, जिसके बाद यह बयान आया. तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुई वार्ता के बाद कहा कि उत्पादन में जुलाई से दिसंबर तक 80 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती करने के समझौते पर सहमति मैक्सिको के रुख पर निर्भर करेगी.