दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट में वृद्धि की घोषणा के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रहने से यह संकेत मिलता है कि पिछली पांच तिमाहियों से अर्थव्यवस्था की वृद्धि में जारी नरमी के रुख में बदलाव आया है.
जेटली ने कहा कि दो महत्वपूर्ण सुधारों-नोटबंदी तथा माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन का प्रभाव अब पीछे छूट गया है और आने वाली तिमाहियों में उच्च आर्थिक वृद्धि दर को लेकर देश अब सकारात्मक नजरिया रख सकता है.
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केंद्रीय सांख्यिक कार्यालय द्वारा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का आंकड़ा जारी करने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही से आर्थिक वृद्धि में गिरावट का जो रुख बना था उसमें अब बदलाव आया है.' विनिर्माण क्षेत्र में तेजी के साथ चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रही. पहली तिमाही में यह तीन साल के न्यूनतम स्तर 5.7 प्रतिशत पर रही थी.
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