अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने गुरुवार को दिल्ली में वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में व्यापार सुगमता समझौता (टीएफए) वार्ता में भारत के रुख पर विचार विमर्श किया।
जिनेवा में चल रही इस वार्ता को आज सम्पन्न करने का लक्ष्य है।
केरी के साथ अमेरिकी वाणिज्य मंत्री पेनी प्रिट्जकर भी थीं। पेनी टीएफए वार्ताओं में भारत के रुख को लेकर पहले ही निराशा जता चुकी हैं। टीएफए का उद्देश्य वस्तुओं के मुक्त आवागमन के लिए सीमा शुल्क प्रक्रिया को उदार बनाना है।
बैठक की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा, 'हमने अच्छी चर्चा की। भारत बड़ा बाजार है। हमने डब्ल्यूटीओ से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की।'
भारत टीएफए का समर्थन करता है पर देश का कहना है कि वह खाद्य सुरक्षा के लिए सार्वजनिक भंडार के मुद्दे का स्थायी समाधान निकलने तक वह टीएफए की पुष्टि नहीं करेगा। टीएफए विकसित देशों का प्रिय विषय है, जबकि भारत चाहता है कि करोड़ों गरीब लोगों के लिए सस्ते अनाज की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सरकार निर्धारित मूल्य पर सरकारी खरीद व भंडारण के विषय में डब्ल्यूटीओ में अपत्ति के खिलाफ गारंटी दी जाए।