वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर बैंक यूनियनों ने सोमवार से दो दिन की हड़ताल पर जाने का निर्णय किया है। इससे बैंकों में कामकाज प्रभावित हो सकता है।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) के संयोजक एमवी मुरली ने कहा कि मुख्य श्रम आयुक्त के समक्ष 6 फरवरी को भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के साथ सुलह बैठक बेनतीजा रही। बैठक में वेतन में 10 प्रतिशत वृद्धि के प्रस्ताव पर कोई सहमति नहीं बन सकी।
उन्होंने कहा कि चूंकि सुलह बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला, इसलिए यूएफबीयू ने 10 फरवरी से दो दिन की हड़ताल पर जाने का निर्णय किया। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक समेत अन्य बैंकों ने हड़ताल के कारण होने वाली असुविधा के बारे में ग्राहकों को पहले से सूचित कर दिया है।
निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक तथा एक्सिस बैंक में कामकाज सामान्य रहने की संभावना है। ऑल इंडिया स्टेट बैंक ऑफिसर्स फेडरेशन तथा ऑल इंडिया स्टेट बैंक ऑफ इंडिया स्टाफ फेडरेशन हड़ताल में शामिल हैं। नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स के महासचिव अश्विनी राणा ने कहा कि बैंक प्रबंधन की पेशकश बढ़ती मुद्रास्फीति के अनुरूप नहीं है, अत: यूनियन हड़ताल पर जाने को मजबूर हैं।
इससे पहले, 14 दिसंबर को आईबीए के साथ वेतन वृद्धि के मुद्दे पर बातचीत विफल रहने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारी 18 दिसंबर को एक दिन की हड़ताल पर थे। बैंक कर्मचारियों की वेतन समीक्षा नवंबर, 2012 से लंबित है। यूएफबीयू नौ बैंक कर्मचारी तथा अधिकारियों के यूनियनों का साझा मंच है। देश में सार्वजनिक क्षेत्र के 27 बैंक हैं, जिनमें करीब आठ लाख कर्मचारी कार्यरत हैं।