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बैंकों की हड़ताल से रुकी देश की रफ्तार

देश की व्यावसायिक राजधानी मुंबई में सोमवार से दो दिनी बैंक हड़ताल शुरू हो गई, जिससे व्यावसायिक और वाणिज्यिक सेवाएं ठप पड़ गई हैं।
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NDTV Profit हिंदी12:29 PM IST, 10 Feb 2014NDTV Profit हिंदी
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देश के अन्य हिस्सों की तरह व्यावसायिक राजधानी मुंबई में सोमवार से दो दिनी बैंक हड़ताल शुरू हो गई, जिससे व्यावसायिक और वाणिज्यिक सेवाएं ठप पड़ गई हैं।

शहर में सरकारी, निजी, कई विदेशी, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की शाखाओं में ताले लटके हुए हैं।

हड़ताल का आह्वान करने वाले युनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स (यूबीएफयू) के मुताबिक, हड़ताल सोमवार सुबह 6 बजे शुरू हुई, जो बुधवार शाम 6 बजे तक चलेगी।

ऑल इंडिया बैंक इम्प्लोइज एसोसिएशन (एआईबीईए) के उपाध्यक्ष विश्वास उतागी ने बताया,  हड़ताल व्यापक है। सहकारी बैंकों को छोड़ कर इन बैंकों के लाखों कर्मचारी सहित लगभग 90,000 बैंकों की शाखाएं विभिन्न मांगों को लेकर दो दिनों तक बंद रहेंगी।

पूरे देश में सरकारी क्षेत्र के 27 बैंक, 18 निजी बैंक, आठ विदेशी बैक और 48 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक ने यूबीएफयू द्वारा बुलाई गई बंद में हिस्सा लिया है।

उतागी ने कहा कि वेतन वृद्धि के लंबित मामले सहित यूबीएयू निजी क्षेत्रों के बैंक, विलय, कार्पोरेट घरानों को नए लाइसेंस जारी करने, नॉन परफार्मिंग एसेट में वृद्धि जैसे बैंकिंग सुधार का भी विरोध कर रहा है।

यूबीएफयू में एआईबीईए, नेशनल कन्फेडरेशन आफ बैंक इम्प्लोइज, बैंक इम्प्लोइज फेडरेशन आफ इंडिया, इंडियन नेशनल बैंक इम्प्लोइज फेडरेशन, इंडियन नेशनल बैंक आफिसर्स कांग्रेस, नेशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया वर्कर्स, ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन और नेशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स शामिल हैं।

उतागी ने कहा कि यूबीएफयू इन्हीं मांगों के साथ 18 दिसंबर को भी हड़ताल पर चला गया था।

वहीं देश के अन्य हिस्सों की तरह की उत्तर प्रदेश में भी सरकारी और निजी बैंककर्मी दो दिनी हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल की वजह से में बैंकिंग सेवाएं ठप पड़ गई हैं।

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले प्रदेश में सरकारी और निजी बैंकों के लगभग 90,000 कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल पर हैं। बैंकिंग क्षेत्र में प्रस्तावित सुधार के विरोध और वेतन वृद्घि की मांग के समर्थन में बैंककर्मी दो दिन हड़ताल पर रहेंगे।

यूनियन के संयोजक (उत्तर प्रदेश) वाई़ क़े अरोड़ा ने संवाददाताओं को बताया,  हमारी मांग है कि केंद्र सरकार बैंककर्मियों का 10वां वेतन समझौता लागू करे और प्रस्तावित सुधार को खारिज करे।

हड़ताल से उत्तर प्रदेश में करीब 6,000 सरकारी बैंकों में कामकाज ठप है। सुबह से बैंक शाखाओं में ताले लटके हैं। राजधानी लखनऊ  की बात करें तो यहां 350 शाखाओं के करीब 6,000 कर्मचारी हड़ताल में शामिल हैं।

यूनियन के एक सदस्य ने कहा कि सोमवार शाम से ज्यादातर सरकारी और निजी बैंकों के एटीएम में नगदी की समस्या आ सकती है।

अनुमान है कि हड़ताल से उत्तर प्रदेश में करीब 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का बैंकिंग कारोबार प्रभावित होगा।

वहीं मध्य प्रदेश में भी निजी एवं सरकारी क्षेत्र के बैंककर्मी दो दिनी हड़ताल पर चले गए हैं। यह हड़ताल वेतन वृद्धि सहित अन्य मांगों को लेकर की जा रही है। हड़ताल से बैंक सेवाओं पर व्यापक असर पड़ रहा है।

राजधानी भोपाल सहित राज्य के सभी इलाकों के राष्ट्रीयकृत व निजी बैंकों का कामकाज पूरी तरह ठप है। रविवार को बैंक बंद थे, वहीं सोमवार से शुरू हुई हड़ताल की वजह से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

राजधानी भोपाल में हड़ताली बैंक कर्मचारी व अधिकारी सोमवार को रैली निकालकर सभा करेंगे और अपनी मांगों को पूरा करने की पुरजोर मांग करेंगे। मंगलवार को भी यही सिलसिला जारी रहेगा।

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