महंगाई, निजीकरण, ठेका प्रथा के विरोध में विभिन्न संगठनों की ओर से आहूत दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद के पहले दिन बुधवार को मुंबई में सभी बैंक, बीमा कंपनियां तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष वी. उटागी ने कहा, बैंकिंग एवं वित्तीय क्षेत्र न केवल मुंबई और महाराष्ट्र में बल्कि पूरे देश में पूरी तरह बंद हैं।
उटागी ने कहा कि राष्ट्रीयकृत, निजी, विदेशी, क्षेत्रीय, ग्रामीण तथा सहकारी सहित सभी बैंकों ने बंद में हिस्सा लिया है।
सड़कों पर हालांकि ऑटो रिक्शा, बसें व अन्य वाहन नियमित रूप से चलते दिखे, पर लोगों की आवाजाही कम रही। अधिकतर शैक्षणिक संस्थान भी खुले रहे, लेकिन छात्रों की उपस्थिति कम रही।
इस बीच, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में 21 फरवरी से होने जा रही 10वीं की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को आश्वस्त किया है कि बंद से उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
उधर, बृहनमुंबई नगरपालिका ने किसी भी आपातस्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन सेवा को पूरी तरह सतर्क किया गया है।
बंद में भारतीय मजदूर संघ, भारतीय व्यापार संघ कांग्रेस, अखिल भारतीय व्यापार संघ, हिन्द मजदूर सभा, केंद्रीय भारतीय व्यापार संघ, अखिल भारतीय एकीकृत व्यापार संघ केंद्र तथा अन्य केंद्रीय व राज्य संगठनों ने हिस्सा लिया।