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सरकार ने गन्ना किसानों के लिए राहत पैकेज मंजूर किया, दालें आयात करके महंगाई पर लगेगी लगाम

केंद्र सरकार ने गन्ना किसानों के लिए एक बड़ी राहत का ऐलान किया है। मिल मालिकों को वो ब्याज मुक्त कर्ज देगी, जिससे वो किसानों का बकाया चुकाएंगे। इसके लिए 6000 करोड़ का पैकेज मंज़ूर किया गया है।
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NDTV Profit हिंदी11:34 PM IST, 10 Jun 2015NDTV Profit हिंदी
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केंद्र सरकार ने गन्ना किसानों के लिए एक बड़ी राहत का ऐलान किया है। मिल मालिकों को वो ब्याज मुक्त कर्ज देगी, जिससे वो किसानों का बकाया चुकाएंगे। इसके लिए 6000 करोड़ का पैकेज मंज़ूर किया गया है।

सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कैबिनेट की एक अहम बैठक के बाद इसका ऐलान किया। गडकरी ने कहा, 'ये फैसले सीधा तौर पर गन्ना किसानों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है।'

गन्ना किसानों के लिए ये एक बड़ा ऐलान है। पैसा चीनी मिलों को ब्याज मुक्त क़र्ज के तौर पर दिया जाएगा, लेकिन ये मिलें उन किसानों की लिस्ट तैयार करेंगी, जिनका बकाया चुकाया जाना है। फिर ये पैसा सीधे किसानों के बैंक खातों में जाएगा। हालांकि ये एक तिहाई से भी कम राहत है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में किसानों के 21000 करोड़ रुपये चीनी मिलों पर बकाया हैं।

उधर सरकार दालों के भी दाम कम करने की कोशिश में है। इसके लिए बड़े पैमाने पर दाल आयात करने का निर्देश सीधे प्रधानमंत्री ने दिया है। सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, 'कैबिनेट की बैठक में दाल पर चर्चा हुई...ये निर्णय लिया गया कि बड़े पैमाने पर दाल का आयात किया जाएगा।'

दरअसल पिछले एक साल में दाल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी सरकार के लिए बड़ा सिरदर्द बनती जा रही हैं। पिछले एक साल में अलग-अलग दाल की कीमतें 35 से 60 फीसदी तक बढ़ी हैं...और अब बड़े स्तर पर आयात कर दाल की उपलब्घता बाजार में बढ़ाने की तैयारी है।

दरअसल दाल के दाम थामने में केंद्र सरकार अब तक नाकाम रही है। खाद्य मंत्रालय के ही आंकड़ों के मुताबिक 26 मई 2014 को उड़द दाल की कीमत 71 रु किलो थी जो इस साल 9 जून को 114 रु हो गई यानी 60 फीसदी की बढ़ोत्तरी।

इस दौरान अरहर दाल की कीमत 75 रु से बढ़कर 115 रु. तक पहुंच गई, यानी एक साल में अरहर दाल 53 फीसदी महंगी हुई। इस एक साल में चना दाल भी 40 फीसदी महंगी हुई। मई 2014 में चना दाल का भाव 50 रु. प्रति किलो था, जो 9 जून को बढ़कर 70 रु. किलो हो गया, जबकि इस दौरान मसूर दाल की कीमत 70 रु प्रति किलो से बढ़कर 94 रु प्रति किलो तक पहुंच गई।

साउथ एवेन्यू में दशकों से किराना की दुकान चला रहे अशोक खुराना कहते हैं, 'मैंने 40 साल में दाल की कीमतों में इतने लंबे समय तक तेज़ी नहीं देखी जैसी पिछले एक साल में दिखाई दी है...पहले जो ग्राहक 5 किलो खरीदते थे वो अब 2 किलो खरीदते हैं...जो पहले 2 किलो खरीदते थे वो अब 1 किलो खरीदते हैं।'

देखना है, इन फ़ैसलों का कितना फ़ायदा किसानों और आम लोगों को हो पाता है।

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