सीमेंट के खुदरा दाम चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 12 रुपये प्रति बैग बढ़े हैं. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्पादन लागत बढ़ने की वजह से पश्चिमी क्षेत्र में सीमेंट कीमतों में सबसे अधिक 36 रुपये प्रति बैग का इजाफा हुआ है. वहीं, दक्षिण भारत में यह 15 रुपये बढ़े हैं.कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज रिसर्च के विश्लेषक मुर्तजा अरसीवाला ने रिपोर्ट में कहा है कि सीमेंट कंपनियों को पेट कोक कीमतों में आई तेजी का बोझ उठाना पड़ रहा है. पेट कोक के दाम 2017-18 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 13 प्रतिशत बढ़कर 96 डॉलर प्रति टन हो गए हैं.
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अरसीवाला ने कहा कि उत्पादन की ऊंची लागत की वजह से सीमेंट कंपनियों का मुनाफा सालाना आधार पर तीन प्रतिशत घटकर 828 रुपये प्रति टन पर आने का अनुमान है. इसकी वजह यह है कि उत्पादन लागत में बढ़ोतरी की भरपाई इस मामूली मूल्यवृद्धि से नहीं हो पाएगी. अखिल भारतीय स्तर पर देखा जाए तो इस समय मांग कमजोर होने की वजह सीमेंट के खुदरा दाम दूसरी तिमाही में तिमाही दर तिमाही आधार पर आठ रुपये प्रति बैग घटे हैं.
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कीमतों में सबसे अधिक गिरावट उत्तर तथा मध्य क्षेत्र में 14 रुपये प्रति बैग की आई है. दक्षिण में सीमेंट के दाम सात रुपये प्रति बैग घटे हैं. वहीं, पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों में सीमेंट कीमतें तीन से पांच रुपये प्रति बैग कम हुई हैं.
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