पिछले पखवाड़े में लू से करीब 2.4 करोड़ मुर्गे-मुर्गियों की मौत होने से चिकन के दाम 30 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं और यदि पारा इसी तरह चढ़ता रहा तो कीमतें और बढ़ सकती हैं। पोल्ट्री फार्म मालिकों व उद्योग विशेषज्ञों ने यह बात कही है।
पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कहा कि मुर्गे-मुर्गियों के मरने से इस गर्मी में पोल्ट्री उद्योग को अनुमानित 100 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है और कई फार्मों ने अपने परिचालन बंद कर दिए हैं क्योंकि कारोबार व्यावहारिक नहीं रह गया।
फेडरेशन के चेयरमैन जगबीर सिंह ढल ने बताया, ‘मुर्गे-मुर्गियों की मृत्यु से बायलर के दाम 30 प्रतिशत तक बढ़कर करीब 100 रपये प्रति किलो पहुंच गए हैं जो एक पखवाड़ा पहले 70-80 रपये प्रति किलो पर थे।’
आमतौर पर मुर्गे-मुर्गियों की मृत्यु दर करीब दो-तीन प्रतिशत होती है, लेकिन इस गर्मी में यह बढ़कर सात-आठ प्रतिशत पहुंच गई है।