सीबीआई का क़ानूनमंत्री के साथ कोल ब्लॉक घोटाले की स्टेटस रिपोर्ट साझा करना गलत था। भारत के सॉलिसिटर जनरल मोहन पराशरन का यह कहना है।
एनडीटीवी से ख़ास बातचीत में मोहन पराशरन ने कहा कि स्टेटस रिपोर्ट साझा करना सुप्रीम कोर्ट के पहले के फ़ैसले के ख़िलाफ़ था। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने भी यह माना है कि स्टेटस रिपोर्ट कानूनमंत्री को दिखाना गलत था।
सॉलिटर जनरल यह बयान अश्विनी कुमार के लिए और मुश्किलें खड़ी कर सकता है। अश्विनी कुमार पहले ही विपक्ष और कांग्रेस के ही कई नेताओं के निशाने पर हैं। इधर, ऐसे संकेत मिले हैं अश्विनी कुमार पर अंतिम फ़ैसला 8 मई को इस मामले की सुनवाई के बाद ही हो सकता है।