प्रोपइक्विटी का मानना है कि नोटबंदी के चलते आने वाले 6-12 महीने में 42 प्रमुख शहरों में में मकानों की कीमत 30 प्रतिशत तक घट सकती है.
फर्म का कहना है कि इससे 2008 के बाद डेवलपरों द्वारा बेची गई व अनबिकी आवासीय संपत्तियों का बाजार मूल्य 8 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक घट जाएगा.
बयान में कहा गया है,‘भारतीय जमीन जायदाद क्षेत्र पर नोटबंदी के असर के कारण अवासीय संपत्तियों का बाजार मूल्य अगले 6-12 महीने में 8,02,874 करोड़ रुपये घट जाएगा.’ इसके अनुसार मकान कीमतों में गिरावट का सबसे अधिक असर मुंबई और उसके बाद बेंगलुरु व गुड़गांव पर होगा.
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