सार्वजनिक क्षेत्र के देना बैंक ने 30 लाख रुपये से लेकर 75 लाख रपये तक के आवास कर्ज पर ब्याज दर में 0.05 प्रतिशत तक की कटौती की है.
बैंक ने 75 लाख रुपये से अधिक के कर्ज पर 0.10 प्रतिशत तक की कटौती की हैं. बैंक ने एक बयान में कहा कि 75 लाख रुपये तक के कर्ज पर कोष की सीमांत लागत आधारित (एमसीएलआर) सालाना ब्याज 8.60 प्रतिशत होगा. इसके अलावा 75 लाख रुपये तक के कर्ज पर ब्याज 8.70 प्रतिशत होगा.
इस महीने आरबीआई ने मौद्रिक नीति की समीक्षा पेश की तो उसने रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया यानी दरें पहले की तरह ही समान रखीं लेकिन आरबीआई ने होम लोन पर स्टैंडर्ड एसेट प्रोविजन कम किए और साथ ही रिस्क वेटेड प्रोविजन (जोखिम भारांश) घटा दिया.
केंद्रीय बैंक ने व्यक्तिगत आवास कर्ज पर मानक संपत्ति प्रावधान घटाकर 0.25 प्रतिशत कर दिया और साथ ही ऐसे कर्ज पर जोखिम भारांश को भी कम किया जिससे होम लोन सस्ता होने का रास्ता खुला है. नए फैसले के मुताबिक, 75 लाख रुपये से अधिक के होम लोन के लिये रिस्क वेटेज 75 प्रतिशत से घटाकर 50 प्रतिशत किया गया है. साथ ही 30 लाख रुपये से 75 लाख रुपये के बीच के कर्ज के लिये 35 प्रतिशत रिस्क वेटेज के साथ 80 प्रतिशत एकल एलटीवी अनुपात स्लैब पेश किया गया है. एलटीवी रेशिय़ो का आशय कर्ज का खरीदी गयी संपत्ति के मूल्य के अनुपात से है.