देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को गिरावट रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 34.74 अंकों की गिरावट के साथ 26,349.33 पर और निफ्टी 20.25 अंकों की गिरावट के साथ 7,864.00 पर बंद हुआ।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 153.35 अंकों की तेजी के साथ पर 26,537.42 खुला और 34.74 अंकों यानी 0.13 फीसदी गिरावट के साथ 26,349.33 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 26,550.79 के ऊपरी और 26,212.01 के निचले स्तर को छुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 39.00 अंकों की तेजी के साथ 7,923.25 पर खुला और 20.25 अंकों यानी 0.26 फीसदी की गिरावट के साथ 7,864.00 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में निफ्टी ने 7,928.00 के ऊपरी और 7,825.45 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट रही। मिडकैप 16.68 अंकों की गिरावट के साथ 9,473.08 पर और स्मॉलकैप 15.22 अंकों की गिरावट के साथ 10,631.25 पर बंद हुआ।
बीएसई के चार सेक्टरों -बिजली (0.57 फीसदी), बैंकिंग (0.52 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (0.13 फीसदी) और धातु (0.08 फीसदी)- में तेजी दर्ज की गई।
बीएसई के रियल्टी (9.24 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.77 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं (0.63 फीसदी), तेल एवं गैस (0.54 फीसदी) और वाहन (0.43 फीसदी) में सर्वाधिक गिरावट रही।
रीयल्टी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी डीएलएफ का शेयर आज करीब 25 प्रतिशत गिर गया, जो संभवत: एक दिन में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। सेबी द्वारा कंपनी और इसके शीर्ष कार्यकारियों पर प्रतिभूति बाजार में कारोबार करने के तीन साल की रोक लगाने के कारण ऐसा हुआ।
बंबई शेयर बाजार में डीएलएफ का शेयर शुरुआती कारोबार में 24.5 प्रतिशत गिरकर 111.25 रुपये पर आ गया, जो 52 सप्ताह का न्यूनतम स्तर है। कंपनी का शेयर शुरुआती नुकसान से उबरकर सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर 22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 114 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
बता दें कि डीएलएफ को बड़ा झटका देते हुए सेबी ने रीयल्टी क्षेत्र की इस प्रमुख कंपनी और इसके चेयरमैन एवं मुख्य प्रवर्तक के पी सिंह समेत छह शीर्ष कार्यकारियों पर प्रतिभूति बाजार में कारोबार करने पर 3 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
केपी सिंह के अलावा जिन्हें बाजार में काम करने से प्रतिबंधित किया गया है उनमें उनके पुत्र राजीव सिंह (उप चेयरमैन), पुत्री पिया सिंह (पूर्णकालिक निदेशक), प्रबंध निदेशक टीसी गोयल, पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी रमेश संका और कामेश्वर स्वरूप शामिल हैं जो कंपनी के सूचीबद्ध होने के समय कार्यकारी निदेशक - विधि थे।
डीएलएफ ने अपनी ओर से कल रात कहा कि उनकी ओर से किसी कानून का उल्लंघन नहीं हुआ और वह सेबी के आदेश में किसी तरह के गलत निष्कर्ष मामले में अपना बचाव करेगी।
कंपनी ने एक बयान में कहा, 'डीएलएफ का न्यायिक प्रक्रिया में पूरा भरोसा है और उसे भरोसा है कि निकट भविष्य में उसका रुख सही साबित होगा।' शेयर में कल करीब चार प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई थी।
कंपनी ने कहा कि सेबी के 10 अक्तूबर को जारी आदेश कल ही हमारे सामने आया और डीएलएफ एवं इसके कानूनी सलाहकार इसकी समीक्षा कर रह हैं।
चार साल तक चली जांच के बाद सेबी ने पाया कि यह मामला जान-बूझकर सूचना दबाने का है ताकि आईपीओ के तहत जारी किए गए डीएलएफ शेयर के मामले में प्रतिभूति बाजार में निवेशकों को गुमराह और धोखा दिया जा सके।
सेबी के पूर्णकालिक सदस्य राजीव अग्रवाल ने अपने 43 पन्ने के आदेश में यह भी कहा उल्लंघन गंभीर है और इससे प्रतिभूति बाजार में सुरक्षा एवं समग्रता प्रभावित होती है।
आज सुबह बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 153.35 अंकों की तेजी के साथ 26,537.42 पर खुला था।
इधर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 39.00 अंकों की तेजी के साथ 7,923.25 पर खुला था।