ADVERTISEMENT

बेरोजगारी बढ़ाने वाली 'ड्राइवरलेस' कारें भारत में नहीं आने देंगे : नितिन गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साफ तौर से कह दिया है कि ऑटोमोबाइल कंपनियों को भारत में बिना ड्राइवर वाली कार उतारने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit Desk
NDTV Profit हिंदी12:21 PM IST, 25 Jul 2017NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साफ तौर से कह दिया है कि ऑटोमोबाइल कंपनियों को भारत में बिना ड्राइवर वाली कार उतारने की इजाजत नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि बिना ड्राइवर वाली कार आने से भारत में बड़े स्तर पर बेरोजगारी आ जाएगी. सड़क परिवहन मंत्री ने कहा, 'सरकार लोगों को ड्राइविंग की सही ट्रेनिंग देने पर ध्यान दे रही है. इस क्षेत्र में 50 लाख लोगों को रोजगार दिया जा सकता है.' उन्होंने कहा कि भारत में ट्रांसपोर्ट सेक्टर की कैब और ट्रक सेवा उपलब्ध कराने वाली कंपनियां लाखों लोगों को रोजगार दे रही हैं. बिना ड्राइवर की वाली कार आने से भारत में ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़े करीब 22 लाख लोग बेरोजगार हो जाएंगे.

ये भी पढ़ें: ये हैं 5 लाख से कम कीमत वाली 7 कारें, माइलेज में हैं दमदार

'भविष्य के बारे में कुछ नहीं कह सकता': केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि फिलहाल भारत में बिना ड्राइवर वाली कार उतारने के हालात नहीं हैं, लेकिन भविष्य के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने कहा कि हो सकता है कुछ साल बाद बिना ड्राइवर वाली कार की तकनीक को अपनाना जरूरत बन जाए, उस हालात में क्या फैसले लिए जाएंगे इसके बारे में अभी कुछ कहना और सोचना ठीक नहीं है.

ये भी पढ़ें: कार कर सकती है आपको बीमार​

सरकार लांच करेगी टैक्सी प्रोवाइडर ऐप: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत सरकार ओला-ऊबर की तर्ज पर एक ऐप लांच करेगी. इसके जरिए देशभर से कैब चालकों को जोड़ा जाएगा, ताकि लाखों लोगों को रोजगार दिया जा सके.

ये भी पढ़ें: रोज 2 घंटे चलाते हैं कार तो सावधान​

लंदन की तर्ज पर ट्रांसपोर्ट सेवा करने की तैयारी: नितिन गडकरी ने कहा, 'हम भारत में लंदन की तर्ज पर सरकारी ट्रांसपोर्ट सेवा को बनाना चाहते हैं. इसमें सभी सरकारी बसों को लक्जरी बनाया जाएगा और लोग वर्तमान किराए की तुलना में 40 फीसदी कम पैसे खर्च यात्रा कर पाएंगे. इसके लिए विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) से बातचीत की जा रही है.'

वीडियो: कार में आग के लिए चूहे ज़िम्मेदार?



उन्होंने कहा कि डबल डेकर और अन्य लक्जरी बसों में फ्लाइट जैसी सुविधाएं होंगी. साथ ही ये भी कहा कि यातायात व्यवस्था सुगम बनाने के लिए ई-रिक्शा के डिजायन में सुधार लाने पर काम किया जा रहा है.

इनपुट: PTI

NDTV Profit हिंदी
लेखकNDTV Profit Desk
NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT