वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने आज यहां कहा कि सरकार प्रत्यक्ष कर संहिता (डीटीसी) विधेयक में किए गए बदलावों के साथ उसे आगामी मानसून सत्र में पेश करेगी। विधेयक में इससे जुड़े सभी संस्करणों को समाहित किया जाएगा।
चिदंबरम ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान अलग से बातचीत में संवाददाताओं से कहा, डीटीसी 2010 को एक विधेयक के रूप में पेश किया..यह आयकर कानून 1961 का संशोधन नहीं है। हम नयी डीटीसी तैयार कर रहे हैं..। तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने 2010 में डीटीसी विधेयक को संसद में पेश किया था। इससे पहले, इसमें कई संशोधन किए गए। वैसे, मूल रूप से इसे चिदंबरम ने तैयार किया था।
चिदंबरम ने कहा कि पिछले पांच साल में जो तीन अलग-अलग संस्करण तैयार हुए हैं, उसे समाहित करने में समस्या हो रही है। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि इस प्रकृति प्रगतिशील बनी रहे।